रायबरेली, उ0प्र0 सरकार के राज्य मन्त्री स्वतन्त्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने श्रमिक नेता राम बहादुर यादव को श्रद्धाँजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे एक कर्मयोगी थे, अपने कर्तव्यांे को निष्ठापूर्वक सम्पादित करते थे, हमारे इनके पारिवारिक रिश्ते हैं।  श्रद्धाँजलि सभा का आयोजन मुंशीगंज में किया गया।  सभा की अध्यक्षता रामनरेश सिंह एवं संचालन ओपी यादव एडवोकेट ने किया।  इस अवसर पर हरचन्दपुर विधायक राहुल लोधी ने कहा कि राम बहादुर जी एक अच्छे खिलाड़ी थे, ऊँची कूद में 1969 में प्रथम स्थान एवं दौड़ में लखनऊ मण्डल में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।  पूर्व विधायक गजाधर सिंह ने कहा कि राम बहादुर यादव सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे।  मेरी विधान सभा उन्डवा के रहने वाले हैं।  इनकी माँ श्रीमती उमराई यादव, पिता बद्री प्रसाद यादव, बाबा सद्धू प्रसाद यादव, दादी श्रीमती इन्दिरा यादव स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी थे।  पूर्व विधायक रामलाल अकेला ने कहा कि राम बहादुर यादव लेखक भी थे।  1980 के दशक में बावरा नाम से उनके लोकगीतों का आकाशवाणी से प्रसारण होता था।  पालिकाध्यक्ष शत्रोहन सोनकर ने कहा कि राम बहादुर यादव ने डी.पी.ए. के उत्थान के लिए कार्य किया।  काँग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं श्रमिक संघ के अध्यक्ष पं0 वी.के. शुक्ला ने कहा कि राम बहादुर यादव को आई.टी.आई. में श्रमिक सम्मान से नवाजा गया था। उ0प्र0 उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रान्तीय संगठन मन्त्री मुकेश रस्तोगी ने कहा कि राम बहादुर यादव ने सेवानिवृत्त होने के बाद अंकित इण्टरप्राइजेज नाम से शहर में प्रतिष्ठान डाला और वह व्यापार व व्यापारी राजनीति से जुड़ गये थे। सपा अध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव ने कहा कि राम बहादुर यादव ने बच्चों को शिक्षित करने के लिए लोगों को प्रेरित किया।  न्यू स्टैण्डर्ड कालेज के प्रबन्धक शशिकांत शर्मा ने कहा कि राम बहादुर ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया।  विजयशंकर अग्निहोत्री, राजेश यादव, विनय द्विवेदी, अजीत सिंह, रवीन्द्र सिंह ने कहा कि राम बहादुर यादव का परिवार स्वतन्त्रता आन्दोलन का हिस्सा था।  भाजपा नेता इं. विजय रस्तोगी ने कहा कि राम बहादुर यादव ने अपने संघर्षो से अपनी पहचान बनायी।  चौधरी सुरेश कुमार निर्मल ने कहा कि राम बहादुर यादव व्यक्तित्व के धनी थे।  काँग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने कहा कि राम बहादुर यादव ने अपने संघर्षो से अपनी पहचान बनायी।  पूर्व प्रमुख कौशलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि वे हंसमुख मिजाज के संवेदनशील व्यक्ति थे।  काँग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अतुल सिंह ने कहा कि राम बहादुर यादव का संस्कार उनके पूर्वजों से विरासत में मिले थे।  सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राम बरन सिंह ने कहा कि यद्यपि वह एक जुलाई से हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी यादें हमारे लिए प्रेरणाश्रोत रहेगी।  इस अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व जिला पंचायत सदस्य वीरेन्द्र यादव, उमाकान्त तिवारी, सत्यवृत सिंह, अशोक मिश्रा, भाईलाल यादव, अनुराग विक्रम सिंह, सौरभ यादव, सुशील मौर्य, कमलेश चौधरी, सत्येन्द्र कुमार निर्मल, पप्पू वर्मा, मुन्ना भईया, ओएन मिश्रा, सुरश चन्द्र यादव, केके सिंह, एसपी सिंह, राम प्रकाश तिवारी, विवेक शर्मा, अमरेन्द्र सिंह, गोविन्द सिंह, आईसी दीक्षित, आरके सिंह, रामशरन सिंह, राजेश मौहारी, चौधरी महासुख पटेल, रवि सिंह चौधरी, कृष्ण मनोहर मिश्रा, उमानाथ सिंह, उमाशंकर चौधरी, बुद्धेन्द्र बहादुर सिंह, राकेश सिंह राना, रोहित सिंह, नीलू पाण्डेय, आलोक विक्रम, आलोक शर्मा, अंकित सौरभ, अतुल वैभव, सुरेश प्रताप सिंह, अरशद खान, नईम सरवर, अजय मौर्य, राजेश मौर्य, रंजीत यादव, अमित गौरव, जय सिंह यादव, अंकुर विवेक, विजय बाजपेयी, उमाशंकर शुक्ल, अजय आकाश, शिवम श्रीवास्तव, ओपी सिंह, अनुज सिंह, बृजेश कुमार, डा. एम.पी. सिंह, श्रीनारायन श्रीवास्तव, राजनाथ सिंह, राजेन्द्र यादव, प्रेमशंकर यादव, डा. जावेद, नरेन्द्र सिंह प्रधान, योगेन्द्र दीक्षित, आरपी सिंह, शिवकुमार अग्रहरि, सुनील सिह, सी.एल. पाल, भुवनेश सिंह, अनिल अग्निहोत्री, संजय सिंह, मनोज कुमार सिंह, अखिलेश माही, रामसेवक वर्मा, राम बिलास यादव, उमानाथपाल, राम सागर, राजेन्द्र प्रताप यादव, अनुज बरवारी, डा. जीतू यादव, रामू शुक्ला, अमरेश मौर्य, विकास वर्मा, आशीष पाण्डेय, ज्ञानेन्द्र कुमार, विनोद यादव, अरविन्द चौधरी आदि लोगों ने राम बहादुर यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।