Transcript Unavailable.

सिंगाही कोटेदार के ऊपर ग्रामीणों ने घटौली व राशन न देने का लगाया आरोप

नमस्कार दोस्तों , हमारे साथ एक पीड़ित व्यक्ति है जो शारीरिक रूप से विकलांग है और सरकार विकलांगों के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है । इसलिए वे बताते हैं कि उनका राशन कार्ड राशन कार्ड की सूची से गायब है और वे सरकार से अनाज योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपने परिवार का पेट भरने में असमर्थ हैं । सरकारी विभागों के आसपास घूमना , अंत में यह जानना कि उनके असली नाम क्या हैं , वे मूल रूप से कहाँ रहते हैं , और उनके साथ समस्या कितने समय से मौजूद है । हम उनसे सीधे बात करते हैं । विकलांग लोग मौजूद हैं , क्या आप उनके नाम जानते हैं ? अपने सर फूल चंद पटेल का नाम बताइए , आप कहाँ से हैं ? गाँव रामय पुण्यवाड़ा और तहसील पट्टी । क्या परेशानी है परेशानी है सर जी तीन महीने से परेशान हैं और इंस्पेक्टर का जो है रसद विभाग काफी से चक्कर लगा है सर बोल्ते है बेटा हो जाएगा और काम नहीं हो रहा है सर जी तो ऐसा काम है जो नहीं है राशन कार्ड काम कर रहा है सर जी , अब हम परेशान आदमी हैं , अब राशन कार्ड बन जाएगा सर जी , तो हम में से कुछ लोगों को सरकार से राशन कार्ड का लाभ मिलेगा । राशन कार्ड आपका नहीं है । आप इसे बनाने के लिए चल रहे हैं । महोदय , हम तीन महीने से चल रहे हैं । क्या भरोसा क्या उम्मीद लग रही है आपको सर उम्मीद है की काम नहीं हो रही है सर जी तो उम्मीद क्या देखो काम नहीं हो रही है और क्या कहना चाहे और आप दर्शकों से लेकर अधिकारियों तक इन अधिकारों के लिए दर्शक

सरकार का दावा है कि वह 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दे रही है, और उसको अगले पांच साल तक दिये जाने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में यह भी दावा किया कि उनकी सरकार की नीतियों के कारण देश के आम लोगों की औसत आय में करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान वित्त मंत्री यह बताना भूल गईं की इस दौरान आम जरूरत की वस्तुओं की कीमतों में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है।

उत्तर प्रदेश राज्य के जनपद प्रतापगढ़ के रानीगंज क्षेत्र के ग्राम सभा कोयम की गरीब महिला आशा देवी पत्नी दुखी सरोज के पास रहने के लिए कोई घर मकान नहीं है, आशा देवी और उसके पति अपने गांव में ही मेनहत मजदूरी करके अपना अपने बच्चों का पालन पोषण करती है। जिसको आज तक किसी भी सरकारी सुविधा नही पाई है, आशा देवी अपने परिवार के साथ एक घांस फूंस से बने छप्पर में, रहती है, आशा देवी के पास प्रधानमंत्रीं आवास नहीं है, और न ही राशन मिलता है, आईये जानते हैं, आशा देवी से उनकी मूलभूत समस्या क्या है, सुनते हैं उन्ही की जुबानी क्या है, कहानी,

जिला पूर्ति अधिकारी ने दी जानकारी

Transcript Unavailable.