विकासखंड कुंडा का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिद्वार राम भरोसे चल रहा है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होते ही यहां के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिली बंद हो गई है इन 5 वर्षों से महज अस्पताल खाना पूर्ति के लिए चलाए जा रहा है ना तो यहां कोई अधिकारी निरीक्षण के लिए आता है और ना ही यहां के लोगों ने अपनी व्यथा किसी के सामने कहने की हिम्मत जुटा खास बात यह है कि इस अस्पताल के बारे में किसी जनपद निधि संज्ञान नहीं लिया है कुंडा विकासखंड के हरिद्वार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीज ही नहीं आते यहां पर्याप्त दावों के साथ ही चिकित्सकों के नहीं बैठने के कारण लोग यहां इलाज नहीं करना चाहते हैं इस क्षेत्र के लोग सरकारी स्वास्थ्य सुविधा के लिए कुंडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाते हैं अब सवाल यह है कि यह सुविधा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बाद भी लोगों को क्यों नहीं मिलती जबकि इस अस्पताल से ही चिकित्सा फार्मासिस्ट के साथ ही अन्य कर्मचारियों का वेतन निकलता है हालांकि डॉक्टर घर पर नहीं बैठे हैं वह कुंडा सीएससी में काम करते हैं लेकिन इससे हतगावत क्षेत्र के लोगों को तलब नहीं मिलता उन्हें अपनी स्वास्थ्य जरूरत के लिए 15 किलोमीटर की दूरी तय करके कुंडा आना ही पड़ता है इस अस्पताल पर विपत्ति तब से आई जब से यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तब्दील हुआ इसके बाद से यहां के स्वास्थ्य सेवाएं बेहद हो गई हैं ना तो यहां कोई प्रसव कराया जाता है और ना यहां मरीजों को दवा इलाज मिलता है इसके बगल में नई बिल्डिंग बनकर तैयार है लेकिन इसमें अब तक अस्पताल का संचालन शुरू नहीं किया गया है अब आपको बताते हैं कि गुरुवार को हाथी गोवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल आगे के कमरे में घुसते ही एक महोदय बैठे मिलेगा कुर्सी पर पैर रखकर बैठे थे इसके बाद कर्मचारियों से मिलने का प्रयास किया गया तो एक कमरे में तीन महिलाएं एक पुरुष आपस में गांव की चर्चा कर रहे थे अचानक सामने पहुंचने पर हालांकि उनसे बातचीत में पता चला कि फार्मासिस्ट अशोक भी कुंडा में रहते हैं डॉक्टर आनंद की तैनाती यहां है लेकिन वह कुंडा सीएससी में बैठते हैं