धार्मिक दृष्टि से पुनीत माने जाने वाले पिलकिछा घाट पर मौनी अमावस्या के पवित्र पर्व पर सैकड़ो श्रद्धालुओं ने आदि गंगा गोमती के पवित्र जल में डुबकी लगाकर पूण्य अर्जित किया। श्रद्धालुओं ने स्नान दान के बाद घाट पर स्थित भगवान राम, लक्षण,जानकी व शिव मंदिर पर पूजा अर्चना किया। यहां की मान्यता है कि भगवान श्रीराम लंका पर विजय के बाद पुष्पक विमान से वापस अयोध्या लौट रहे थे तो उनका विमान कुछ पल के लिए यहां रुका था। भगवान पूरी वानर सेना के साथ इस पवित्र घाट पर स्नान व जल ग्रहण किए थे। तभी से यहां प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन दूर दराज से हजारों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं।