भारत भी अपना खुद का AI प्लेटफॉर्म बना रहा है । बिज़ी और गूगल टू के बाद अब भारत भी अपना एआई प्लेटफॉर्म लेकर आ रहा है । वास्तव में , जब भारत में इंटरनेट का जन्म हुआ था , तब भारत ने आधार और यू . पी . आई . भी शुरू किया था और आज यू . पी . आई . पूरी दुनिया में लोकप्रियता हासिल कर रहा है । भारत में लोग ऑनलाइन लेन - देन में लगे हुए हैं , जिससे नोटों का चलन भी कम हो रहा है । इंटरनेट के बढ़ते उपयोग को देखते हुए , भारत सरकार ने एक राष्ट्रीय डेटा गवर्नेंस फ्रेमवर्क और नीति को अपनाया है । मसौदा तैयार किया गया है जिसके तहत अब भारत के लोगों के गैर - व्यक्तिगत डेटा को भारत में ही संग्रहीत करने के लिए एक डेटाबेस बनाया जाएगा , जिसके बाद सभी डेटा को भारत में बनाए जा रहे ए . आई . को दिया जाएगा , जिससे देश में गवर्नेंस स्टार्टअप हेल्थ की शुरुआत होगी ।