सुनिए इस कहानी को जो बच्चों को प्रेरित करती है दूसरों की मदद करके को लेकर |

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है।सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

14 जनवरी से 22 जनवरी तक चलना था साफ सफाई का विशेष अभियान अमौली/फतेहपुर सरकार एक तरफ साफ सफाई का विशेष अभियान चला रही है लेकिन जिम्मेदारों द्वारा अधिकतर गांव में साफ सफाई अभियान को दर किनार कर स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। गांव में आरसीसी सड़क पर रुका गन्दा पानी सफाई अभियान की पोल खोल रहा है। एक ऐसा ही मामला अमौली विकास खण्ड के अंतर्गत ग्राम सभा देवचली का आया है जहाँ ग्रामीणों ने सड़क पर दल दल युक्त रास्ते में साफ सफाई न होने से प्रधान और सचिव पर विकास कार्यो के लिए आये बजट में धन का बंदरबाट व सफाई कर्मचारियों की कार्य करने में मनमानी करने का आरोप लगाया है। स्थायी ग्रामीणों ने बताया है की गंदे पानी से उफनाती बजबजाती नालियां व कूड़े के ढ़ेर से पटी हुई है। जो की बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है।जहाँ जगह जगह सड़क के किनारे कूड़े के ढ़ेर लगे हुए है।गांव के स्थानीय लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। गांव में गंदगी के कारण मच्छर जनित संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बना हुआ है।ग्रामीणों ने इसकी मुख्य वजह ग्राम प्रधान पंचायत सचिव की मनमानी व सफाई कर्मियों द्वारा घर बैठे वेतन उठाया जाना बताया है।जब की ग्रामीणों की माने तो उन लोगों ने इस जनसमस्या की लिखित एवं मौखिक शिकायत कई बार न सिर्फ ग्राम प्रधान व पंचायत सिकेट्री व ब्लॉक स्तरीय उच्च अधिकारियों से की लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने इस विकराल जन समस्या के निस्तारण का कोई प्रभावी हल निकाला जाना जिम्मेदारो ने मुनासिब नही समझा है।नतीजन यथा स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। वहीँ विकराल समस्या को लेकर प्रधान प्रतिनिधि राजू सोनकर ने बताया है की पूरे गांव की समस्याओं को एक साथ हल नही किया जा सकता।जल्द ही इस समस्या का निस्तारण किया जायेगा।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

यूपी के फतेहपुर जिले की सदर नगरपालिका परिषद की घोर लापरवाही देखने को मिली भीषण ठंड में सफाई कर्मचारी झाड़ू लगाने को मजबूर है और सफाई कर्मचारियों को नगर पालिका द्वारा अभी तक ठंड से बचाव के लिए जैकेट और गर्म कंबल तक वितरित नहीं किए गए जिसके कारण सफाई कर्मचारी ठंड में ठिठुरते हुए गली-गली झाड़ू लगाने को मजबूर हैं और अपनी आप भी थी सुनने को मजबूर हैं। फतेहपुर जिले के नगर पालिका परिषद फतेहपुर की बात की जाए तो यहां पर 31 वार्ड शहर में है इन वार्डो में सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं जो सुबह 5:30 से गालियों तथा रोड़ों की सफाई करते हैं, जिला प्रशासन की जिम्मेदारों ने सफाई कर्मचारियों को जिम्मेदारी तो सोप लेकिन खुद जिम्मेदारी से लापरवाही करते नजर आए भीषण ठंड में रोजी-रोटी की खातिर ठेकेदारी पर लगे सफाई कर्मचारियों की ठंड से बचाव की व्यवस्था नहीं की गई नगर पालिका परिषद फतेहपुर और ना ही जिला प्रशासन द्वारा सफाई कर्मचारियों को अभी किसी तरीके का ठंड से बचाव के लिए जैकेट और कंबल का वितरण नहीं किया गया नगर पालिका परिषद फतेहपुर अधिशासी अभियंता से इस विषय में बात की गई तो उन्होंने बताया कि बहुत जल्द ही सफाई कर्मचारियों के लिए एक कैंप लगाकर ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरित किए जाएंगे।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.