फतेहपुर खखरेरू नगर पंचायत के चचीडा में समर्पण फाउंडेशन की सामाजिक सोच एवं नीतियों से प्रभावित होकर झाँसी से चल कर फतेहपुर में समर्पण फाउंडेशन द्वारा जिला सहकारी बैंक की योजनाओ का व्यापक प्रचार प्रसार कर किसानों को जागरूक करने मे प्रतिभाग किये इन्होंने समर्पण फाउंडेशन के सभी प्रोग्राम को निशुल्क करने का वचन दिया। जादूगर सहित एक दर्जन लोगों को फाउंडेशन का सक्रिय सदस्य बनाया गया। इस मौके पर लकी सिंह, अजय सिंह, राजेश सिंह आदि लोग उपस्थित रहे‌।

फतेहपुर, संवाददाता। नए साल का जश्न मनाए जाने की तैयारियों को युवा अंतिम रूप दिए जाने को स्थान की तलाश करने में जुटे हैं। कोई होटलों में कमरे की बुकिंग कराने तो कोई दोस्तों के खाली घरों को तलाश करने में जुटे हुए हैं। वहीं नए साल की तैयारियों में गिफ्टों के होने वाले आदान-प्रदान के लिए दुकानें सजाई जा चुकी हैं। युवा खुले मैदानों में डीजे की धुन पर थिरकते हुए नए साल का स्वागत किए जाने की तैयारियां कर रहे थे। वहीं प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब रात भर जश्न में डूबने के लिए लोग होटलों में कमरों व खाली पड़े दोस्तों के घरों को चुन रहे हैं। जहां पार्टियों का दौर चलाए जाने की तैयारियां की जा रही हैं। नूतन वर्ष में मनाए जाने वाले जश्न को देखते हुए रेस्टोरेंट संचालकों सहित होटल व मैरिज हाल संचालको द्वारा भी विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इतना ही नहीं जिले में नए साल को लेकर गिफ्ट आइटम, ग्रीटिंग विक्रेताओं सहित फूल के व्यवसाईयों द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शिवालयों में भी जुटेगी भीड़ नए साल का पहला दिन सोमवार होने के चलते शिवालयों में भी खासी भीड़ जुटने को लेकर मंदिरों में इसके विशेष इंतजाम शुरू किए जा चुके हैं। बताते हैं कि नए साल के पहले दिन यहां आने वालों की भीड़ आम दिनों की अपेक्षा बढ़ने के चलते तैयारियां की जाएंगी। वहीं अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने के अनुमान के चलते तैयारियां की जा रही हैं।

फतेहपुर/खागा, । परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के हेड एवं जूनियर स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर पदोन्नत होने की अर्हता रखने वाले शिक्षकों की सूची बेसिक शिक्षा परिषद के अनुसार पोर्टल पर अपलोड हो चुकी है लेकिन शिक्षक अब तक इस सूची के दर्शन नहीं कर सके हैं। कुछ जिलों में पदोन्नति के सम्बन्ध में काउंसिलिंग भी करा ली गई है लेकिन जिले में अब तक इस बारे में कोई पहल नहीं हुई है। इस स्थिति में शिक्षक पूछ रहे हैं कि दस माह से चल रही प्रमोशन प्रक्रिया की सुई आखिर अब कहां अटक गई है। बीते कई माह से जारी प्रमोशन प्रक्रिया को लेकर पहले अनेक आदेश जारी किए जा चुके हैं लेकिन अधिकतर पर पूरी तरह अमल नहीं हुआ। जिले में पदोन्नति के लिए अर्ह शिक्षकों की सूची जनपदीय समिति की बैठक कर तैयार कर ली गई है और विभाग के मुताबिक इसे पोर्टल पर अपलोड भी किया जा चुका है। मजे की बात यह है कि पोर्टल पर इस सूची को शिक्षक अब तक नहीं देख सके हैं। पदोन्नति की सूची कब दिखेगी, काउंसिलिंग कब होगी और स्कूल आवंटन कब किया जाएगा, इसे लेकर स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं है। 8 दिसंबर को वीसी के जरिए दिए थे निर्देश सचिव ने पत्र जारी करने के अलावा बीते 8 दिसंबर को सभी बीएसए के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करते हुए प्रमोशन के सम्बन्ध में कई अहम निर्देश दिए थे। उन्होंने बीएसए को शंकाओं का समाधान करते हुए कहा था कि प्रमोशन की कार्यवाही हर हाल में समय से पूरी कर ली जाए। इसके बावजूद अब तक पदोन्नति की कार्यवाही लंबित है। शिक्षक इसे लेकर तमाम तरह के सवाल उठा रहे हैं। शिक्षकों का साफ तौर परेकहना है कि जब सूची ही अभी तक सामने नहीं है तो आगे कैसे क्या होगा, दुविधा में हैं। अन्य जिलों में काउंसिलिंग तक शुरू हो चुकी है। स्कूलों का आवटंन समय से न हो पाना दिक्कत देगा।

फतेहपुर हसवा, । अभिलेखीय जांच के नाम पर हो रही वसूली पर ग्राम प्रधानों ने मंगलवार को ब्लाक प्रमुख से मिलकर विरोध जताया। आरोप लगाया है कि सोशल आडिट होने के बाद दोबारा उसी का आडिट करना न्यायसंगत नहीं है। प्रधानों ने ब्लाक प्रमुख को ज्ञापन दिया। ग्राम पंचायत क्षेत्र पंचायत व सहकारिता के लिए लेखा परीक्षक आडिट करता है। प्रधान संघ के ब्लाक अध्यक्ष दीपक द्विवेदी ने कहा कि जब सोशल आडिट हो चुका है तो उसी कार्य का दोबारा आडिट नहीं होना चाहिए। मनरेगा में समस्त भुगतान श्रमांश एवं सामग्री का भुगतान ब्लाक स्तर से किया जाता है। सभी आय व्यय का विवरण मनरेगा पोर्टल पर दर्ज है। जिसका अवलोकन कर सकते हैं। ब्लाक प्रमुख विकास पासवान ने बताया कि इसकी शिकायत शासन स्तर पर की जाएगी। एक काम का बार बार आडिट करना प्रधानों का शोषण होता है। ब्लाक प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष अमित तिवारी ने कहा कि तिथि निश्चित करके केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिला जाएगा। इस मौके पर अनूप यादव, बलवीर सिंह, प्रदीप सिंह, श्रवण कुमार, हरिश्चन्द्र एडवोकेट, दीपक, कैलाश शिवहरे आदि रहे। दो माह पहले हो चुका राज्य वित्त का ऑडिट इससे पहले राज्य वित्त व पन्द्रहवां वित्त का आडिट हो चुका है। जिसमें आय व्यय का ब्योरा व अभिलेखीय सत्यापन कराया जा चुका है। इसमें भी प्रधानों को धनराशि देनी पड़ी थी। तीन माह पहले मनरेगा डीडीओ के निर्देश में पांच सदस्यीय टीम ने भौतिक एवं स्थलीय सत्यपान कर अभिलेख चेक किए थे। इसी बात को लेकर प्रधानों में नाराजगी है।

फतेहपुर, । हेलो... लखनऊ सचिवालय से बोल रहा हूं, आपको प्रधानमंत्री आवास (कालोनी) मिला है। अपना आधार कार्ड, खाता और पैन नंबर आदि हमें बता दीजिए। यहां से सत्यापन करते ही आपके खाते में आवास की पहली किस्त पहुंच जाएगी...। ऐसे फोन कॉल इन दिनों दोआबा में बड़ी संख्या में लोगों के पास पहुंच रहे हैं। कई लोग ऐसे जालसाजों के झांसे में आकर बैंक डिटेल और ओटीपी शेयर कर ऑनलाइन ठगी का शिकार बन रहे हैं। ठग पीएम आवास सहित सरकारी योजनाओं के लाभ का झांसा देकर गरीबों के खाते साफ कर रहे हैं। जिले में हर महीने करीब 25 साइबर अपराध के मुकदमें पुलिस दर्ज करती है जिनमें कई मामले इसी तरह की फोन कॉल से जुड़े होते हैं। आवास का झांसा देकर खाते से उड़ाए 70 हजार कल्यानपुर थाना क्षेत्र के मौहार निवासी रमेश प्रजापति पेशे से मजदूर हैं। रमेश ने बताया था कि प्रधानमंत्री आवास के लिए कई बार ऑनलाइन आवेदन किया था। आवास नहीं मिल सका था। उसके मोबाइल नंबर पर कॉल आई। उसने कहा कि प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था। वह सरकार ने पास कर दिया है। फोन करने वाले ने उसके खाता नंबर की जानकारी ली। एक खाता नंबर में 10 हजार जमा करने की बात कही। एक माह में आवास की रकम खाते में आने का भरोसा दिया। इसके बाद उसके बताए खाते में दस हजार जमा करा दिए थे। इसके बाद खाते से 60 हजार रुपये और उड़ा दिए। रमेश बैंक पहुंचे तब जानकारी हुई। थाने में मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन अब तक पुलिस तलाश नहीं कर पाई। साइबर सेल ने वापस कराई रकम ललौली थाना क्षेत्र के अकिलाबाद गांव निवासी शिवकुमार के पास फोन कॉल आई जिसमें सरकारी योजना का लालच देकर केवाईसी कराने के नाम पर बैंक डिटेल्स मांगी। कुछ ही देर बाद खाते से 53 हजार रुपये निकलने का मैसेज आ गया। ऐसे ही राधा नगर क्षेत्र के मदरिया पुर गांव निवासी धीरज कुमार के पास भी एक फोन कॉल आई। इस दौरान इनसे भी बैंक खाते से संबंधित जानकारी मांगी गई। इसके बाद खाते से 1861 रुपये साइबर ठग ने पार कर दिया था। शिकायतों पर गंभीरता दिखाते हुए साइबर सेल की टीम ने पीड़ितों के बैंक खाते में रुपये वापस करा दिए थे। पंचायत स्तर पर ही मिलता आवास पीएम आवास ग्राम पंचायत स्तर पर ही मिलता है। इसकी बकायदा सूची बनी होती है। यदि कोई फोन पर पर आवास दिलाने या मिलने का दावा करता है तो सावधान रहें किसी को भी अपनी बैंक डिटेल्स और ओटीपी न शेयर न करें और न आवास के नाम कर किसी को रुपये दें। साइबर अपराध को रोकने में लोगों को भी जागरूक रहना होगा। फोन पर किसी को भी बैंक डिटेल्स शेयर नहीं करनी चाहिए। आवास दिलाने के नाम पर ऑनलाइन ठगी के मामले प्रकाश में आए हैं। पुलिस खुलासे में लगी है। -विजय शंकर मिश्र, एएसपी

फतेहपुर, । शहर में फिजियोथेरेपी सेंटर में मनमानी पर जिम्मेदार बेखबर हैं।सिर्फ एक सेंटर का पंजीयन है। हालांकि फिजियोथेरेपी के रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं हैं लेकिन विभाग बिना डिग्री व डिप्लोमा संचालित थेरेपी सेंटरों को लेकर भी बेखबर है। बड़े शहरों के बाद छोटे शहरों में भी तेजी से फिजियोथेरेपी सेंटर खोले जा रहे हैं। शहर में करीब एक दर्जन से अधिक फिजियोथेरेपी सेंटर हैं। सिविल लाइन में पूर्वी कलेक्ट्रेट गेट के पास संचालित एक सेंटर बिना डिग्री व डिप्लोमा संचालित है। शहर के आबूनगर में फर्जी डिग्री पर मरीजों को थेरेपी के नाम पर लूटा जा रहा है। फिजियोथेरेपी सेंटर खोलकर कर रहे अंग्रेजी इलाज कुछ ऐसे भी ऑर्थो एंड फिजियोथेरेपी सेंटर खुले हैं जो फिजियोथेरेपी के साथ अन्य बीमारियों का इलाज भी चोरी छिपे कर रहे हं। मरीज तक भर्ती किए जा रहे हैं और इलाज अंग्रेजी दवाओं से किया जा रहा है। क्या होती है फिजियोथेरेपी फिजियोथेरेपी करने वाले विशेषज्ञ (फिजियोथेरेपिस्ट) चोट, जोड़ों के दर्द, हड्डियों के दर्द, हृदय, छाती और फेफड़े, दिमाग और तंत्रिका-तंत्र से संबंधित परेशानियों से भी बचा सकते हैं। फिजियोथेरेपी या फिजिकल थेरेपी एक स्वास्थ्य देखभाल का पेशा है। उद्देश्य है शरीर की अधिकतम कार्य क्षमता को विकसित करना, जीवन भर कायम रखना और सुधारना है। एक फिजियोथेरेपी सेंटर का सीएमओ कार्यालय में पंजीयन है। यदि बिना पंजीयन ऐसे सेंटर चल रहे हैं तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी -डॉ. इस्तियाक, एसीएमओ

फतेहपुर मलवा, । तेलियानी ब्लाक के मेवली बुजुर्ग गांव में निर्माणाधीन आयुष अस्पताल में जमकर धांधली की जा रही है। बिंदकी विधायक के निरीक्षण के दौरान घटिया निर्माण कार्य की पोल खुल चुकी है। लेकिन जिम्मेदारों पर कोई कार्रवई न होने से ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार भी मामले को दबाने के प्रयास में जुटे हैं। जिसके कारण अब ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। मेवली बुजुर्ग गांव में 50 बेड के आयुष अस्पताल का निर्माण जुलाई 2020 से शुरू हुआ था। दिसंबर 2023 तक कार्यदाई संस्था को भवन निर्माण करके देना था लेकिन संस्था की मनमानी के चलते अभी 70 फीसदी काम ही पूरा हो पाया है। 739.35 करोड़ की लागत से बन रहे इस अस्पताल के भवन निर्माण में शुरू से अनियमितता बरती गई। ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की लेकिन जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। हाल ही में 18 दिसंबर को निर्माण स्थल का विधायक जय कुमार जैकी ने औचक निरीक्षण किया खामियो पर फटकार लगाई थी लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। जिसके बाद ग्रामीणों की शिकायत पर 22 दिसंबर को विधायक फिर से निरीक्षण करने पहुंचे। घटिया निर्माणकी पोल खुलती चली गई। छज्जे में जरा सा धक्का देने पर भरभराकर नीचे गिर गया जिस पर विधायक ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की बात कही थी। प्रोजेक्ट मैनेजर यूपीपीसीएल कानपुर इकाई पवन कुमार ने बताया कि जांच कर कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

फतेहपुर जाफरगंज। कस्बे में करीब एक महीना पहले एक वनरोज आ गया था। वनरोज को स्थानीय लोगों ने भगाने की कोशिश की जिस पर वनरोज से लोगों पर हमला शुरू कर दिया। वनरोज के हमले में कई महिलाएं घायल हो चुकी हैं। मंगलवार को कस्बे के लोगों ने एकत्र होकर वनरोज को खदेड़ कर सरकार अस्पताल की बाउंड्री के अंदर जाकर बंद कर दिया और वन विभाग को सूचना दी। पकड़ने के लिए वनकर्मी इकरार हुसैन मौके पर पहुंचे थे। रस्सी से बांधने का प्रयास किया। जिसपर वनरोज ने हमला बोल दिया जिसमें वनकर्मी का सिर फट गया। जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मेवली बुजुर्ग के कई किसान हो जाएंगे भुखमरी का शिकार युपी फतेहपुर तेलियानी विकासखंड के मेवली बुजुर्ग गांव से डब्ल्यू एबी नहर से रेना माइनर की सफाई कार्य ठेकेदार द्वारा कराया गया किसानों द्वारा आरोप लगाया गया कि ठेकेदार द्वारा सफाई के दौरान साइड काट दी गईं रात में अचानक नहर में पानी आने से किसानों की सैकड़ों बीघे रबी की फसल जल मग्न हो गई पीड़ित किसान संजय पटेल,ईश्वरदीन पटेल,राजू मिश्रा धरमपाल,प्रेमचंद मिश्रा आदि किसानों ने बताया कि लगभग 100 बीघा गेहूं की फसल पानी में डूब गई है जिससे हम लोग भुखमरी की कगार में आ गए हैं।नहर विभाग में सूचना के बाद भी बंद नहीं कराया गया किसानों ने जब बंद कर दिया तब विभाग द्वारा मजदूर भेजे गए हैं। विभाग किसानों के प्रति लापरवाह है। किसानों द्वारा नहर की पटरी को खेत में मिला लिया गया है जिससे किनारे बहुत पतले हो गए हैं चूहों आदि के द्वारा जो होल बनाए जाते हैं उन्हीं के माध्यम से खांदी हो गई थी किसानों के द्वारा सूचना दी गई थी मजदूर भेजकर बंद करा दिया गया है। अमितपाल जेई डब्ल्यू एबी नहर

फतेहपुर, । बिंदकी रोड रेलवे स्टेशन में मंगलवार विजिलेंस टीम ने एक बुकिंग क्लर्क को रंगे हाथों धरा। तत्काल टिकट के लिए दो यात्रियों के फार्म मेें नाम लिखकर तीसरा टिकट जारी करने का खेल उजागर हुआ है। टीम में घंटों जांच के बाद कागजात जब्त करते हुए ज्वाइंट रिपोर्ट अफसरों को भेज दी है। मंगलवार को एनसीआर की दो सदस्यीय विजिलेंस टीम ने जांच पड़ताल की। दो यात्रियों वाले एक फार्म पर तीन यात्रियों का आरक्षण टिकट जारी किए जाने का मामला सामने आया। टीम ने बुकिंग क्लर्क के मोबाइल को खंगाला। विजिलेंस ने टिकट फार्म की फोटो कॉपी और मूल प्रति व टिकट अन्य सारी डिटेल समेत अभिलेख जब्त किए हैं। सूत्रों की मानें तो मामले में बड़ी कार्रवाई का संकेत देते हुए विजिलेंस टीम वापस लौट गई।