14 जनवरी से 22 जनवरी तक चलना था साफ सफाई का विशेष अभियान अमौली/फतेहपुर सरकार एक तरफ साफ सफाई का विशेष अभियान चला रही है लेकिन जिम्मेदारों द्वारा अधिकतर गांव में साफ सफाई अभियान को दर किनार कर स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। गांव में आरसीसी सड़क पर रुका गन्दा पानी सफाई अभियान की पोल खोल रहा है। एक ऐसा ही मामला अमौली विकास खण्ड के अंतर्गत ग्राम सभा देवचली का आया है जहाँ ग्रामीणों ने सड़क पर दल दल युक्त रास्ते में साफ सफाई न होने से प्रधान और सचिव पर विकास कार्यो के लिए आये बजट में धन का बंदरबाट व सफाई कर्मचारियों की कार्य करने में मनमानी करने का आरोप लगाया है। स्थायी ग्रामीणों ने बताया है की गंदे पानी से उफनाती बजबजाती नालियां व कूड़े के ढ़ेर से पटी हुई है। जो की बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है।जहाँ जगह जगह सड़क के किनारे कूड़े के ढ़ेर लगे हुए है।गांव के स्थानीय लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। गांव में गंदगी के कारण मच्छर जनित संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बना हुआ है।ग्रामीणों ने इसकी मुख्य वजह ग्राम प्रधान पंचायत सचिव की मनमानी व सफाई कर्मियों द्वारा घर बैठे वेतन उठाया जाना बताया है।जब की ग्रामीणों की माने तो उन लोगों ने इस जनसमस्या की लिखित एवं मौखिक शिकायत कई बार न सिर्फ ग्राम प्रधान व पंचायत सिकेट्री व ब्लॉक स्तरीय उच्च अधिकारियों से की लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने इस विकराल जन समस्या के निस्तारण का कोई प्रभावी हल निकाला जाना जिम्मेदारो ने मुनासिब नही समझा है।नतीजन यथा स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। वहीँ विकराल समस्या को लेकर प्रधान प्रतिनिधि राजू सोनकर ने बताया है की पूरे गांव की समस्याओं को एक साथ हल नही किया जा सकता।जल्द ही इस समस्या का निस्तारण किया जायेगा।