फतेहपुर खागा। नगर से गुजरने वाली कटोंघन माइनर धीरे धीरे नगर के लिए अभिशाप बनती जा रही है। स्वच्छता पर दाग लगा रही यह नहर अब न तो किसानों के लिए और न ही नगरवासियों के लिए मुफीद साबित हो रही है। सिंचाई विभाग द्वारा कई बार लाखों खर्च कर कराई गई सफाई भी इसकी दशा सुधारने में नाकाम रही। गाहे बगाहे ही इस नहर में पानी का बहाव देखा गया। दशकों पहले कटोंघन माइनर क्षेत्रीय किसानों के लिए काफी मददगार थी। पुराने लोग बताते हैं कि सालों पहले इस नहर में पानी का बहाव था जो फसलों की सिंचाई के काम आता था लेकिन नई पीढ़ी ने इस नहर में कभी कभार ही पानी का बहाव देखा है। नहर में घास, गाद व कूड़ा जमा हो गया है। कूड़े के सड़ने के चलते व पानी रूकने से नहर से बदबू व सड़ांध आने लगती है। बीते सालों में सिंचाई विभाग ने लाखों रूपए खर्च कर इस नहर की सफाई भी कराई लेकिन वह किसी काम नहीं आई। बदबू व सड़ांध की शिकायत देख नगरपंचायत ने भी सिंचाई विभाग को पत्र लिखा था लेकिन कुछ खास हासिल नहीं हुआ।