लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिकों ने राजनीतिक बिसात की गोटे बिछानी शुरू कर दी है। इस बिसात में लोकसभा से इतर नये सिरे से विधानसभा की जमीन भी तैयार करने की कवायद शुरू हो गई है। जन्मदिन के बहाने गुट विशेष के मिलन समारोह की ये तस्वीर ऐसा ही कुछ बोल रही है। इस तस्वीर में एक कद्दावर नेता भी भगवामय नजर आते हैं। शायद ऐसे मौके बहुत कम ही देखने को मिलते हैं, जब कोई नामी-गिरामी हस्तियां केवल राजनीतिक लाभ और अपने विरोधियों को नीचा दिखाने के लिए किसी ऐसी शख्सियत के रंग में जाते जिससे उसका पूरा राजनीतिक उपयोग कर सकें। यह चित्र देख कर आप समझ गए होंगे कि कभी केन्द्रीय राज्यमंत्री के साथ नजर न आने वाली शख्सियत उनके रंग में ही नहीं रंगे बल्कि एक माला में पिरोकर अपने विरोधी को करारा झटका देने का प्रयास किया है। ठीक इसके विपरीत केन्द्रीय राज्यमंत्री ने भी चुनाव के दौरान मिले भितरघात का हिसाब चुकता करने की ओर इशारा कर दिया है। राजनीतिक पंडितों की मानें तो अवसर भले ही जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह के जन्मदिन का रहा है, लेकिन राजनीति के दोनों कुशल खिलाड़ियों ने शतरंजी बिसात के मोहरे चलने में कोई संकोच नहीं किया। इनका कहना है कि लोकसभा चुनाव की आड़ में खागा और हुसेनगंज विधानसभाओं की जमीन तैयार करने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। लोगों का मानना है कि नगर पंचायत चुनाव में भी एक कद्दावर भाजपाई ने अपनी ही पार्टी प्रत्याशियों की गुपचुप तरीके से मुखालफत की थी उसका भी हिसाब बराबर करने की योजना बनाई गई है। अगर राजनीतिक पंडितों का यह आगणन आने वाले समय में सही साबित होता है तो जनपद की भाजपाई राजनीति में भूचाल आने से कोई भी रोक नहीं सकता है।