फतेहपुर, । जिला अस्पताल में स्थापित ब्लड बैंक में रक्त की कमी से जूझ रहा है। 350 यूनिट की क्षमता वाले ब्लड बैंक में मात्र 26 यूनिट ब्लड से मरीजों की टूटती सांसो को बचाने की जद्दोजहद की जा रही है। ब्लड बैंक में रक्त की कमी का प्रमुख कारण दानदाताओं का अभाव है। सबसे बड़ी समस्या दुर्लभ श्रेणी के रक्त की है। एबी निगेटिव रक्त समूह का एक भी यूनिट ब्लड बैंक में नहीं है। एक निजी संस्था की तरफ से आयोजित हुए शिविर में पांच 14 रक्तदाताओं ने खून दिया था। जिला अस्पताल में ब्लड बैंक सही मायने में जीवनदायिनी साबित हो रहा था। लेकिन पिछले कुछ माह से रक्तदाताओं की कमी के चलते ब्लड बैंक में क्षमता का दस फीसदी रक्त भी नहीं है। जिले में समाजसेवा के नाम चल रहे दो दर्जन से ज्यादा सामाजिक संगठन भी रक्तदान कैंप के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। सर्दी के मौसम में रक्तदान में कमी हो जाती है। इस समय रक्त की मांग भी कम है। हम लोग जिले के डोनर ग्रुप, निजी रक्तदाता और संस्था से लगातार संपर्क कर कैंप आयोजित कराने का प्रयास कर रहे हैं। -डॉ. वरद वर्धन विसेन, विभागाध्यक्ष