फतेहपुर गरीबों के हक में कटौती और कोटेदारों का खेल नया नहीं है। अब कोटेदारों ने नया पैंतरा इजात किया है। बाजार में गेहूं और चावल की महंगाई को देखते हुए राशन वितरित किया जा रहा है। यानी चावल का बाजार भाव ज्यादा होने पर गेहूं और गेहूं की कीमतों में इजाफा पर चावल वितरित किया जा रहा है। उसके पीछे भंडार संबंधित अनाज का उठान नहीं होने और अगले में महीने उठान होने का तर्क देकर कार्ड़ धारकों को गुमराह किया जा रहा है। आपके अपने फतेहपुर मोबाइल वाणी की पड़ताल में कुछ ऐसे हालात सामने आए। शहर के राधानगर का एक कोटेदार ने इस माह गेहूं का वितरण नहीं किया। पांच यूनिट वाले पात्र गृहस्थी के कार्ड धारकों को 15 किलो गेहूं और 10 किलो चावल वितरण की व्यवस्था है लेकिन कोटेदार ने 25 किलो चावल वितरित किया गया। तर्क दिया गया कि इस बार गोदाम से गेहूं का उठान नहीं हुआ। अगले माह गेहूं बंटेगा। अमौली कस्बे के एक कोटेदार ने भी सिर्फ चावल का वितरण कर गेहूं का वितरण नहीं किया। सरकंडी (असोथर), जमरावां और किशनपुर में भी कुछ कोटेदार द्वारा गेहूं को दबा कर सिर्फ चावल बांटा गया है। सूत्रों का कहना है कि कोटेदार अत्यधिक कमाई के फेर में बाजार भाव को देखते हुए एक दो माह के अंतराल में वितरण में यही पैतरा अपनाते हैं। अपात्र डकार रहे गरीबों का हक हसवा में कोटेदारों की मनमानी से कार्डधारक हलकान हैं। कार्डधारकों की माने तो समय से राशन का वितरण नहीं किया जाता। जब किया जाता है तो यूनिट के अनुसार कटौती की जाती है। क्षेत्र के बिलंदा, केशवपुर, रसूलपुर बबईचा, वीर बुधनपुर तथा अशवा बक्सपुर का भी ऐसा ही हाल है। उधर छिवलहा क्षेत्र में भी कोटेदारों के यहां कटौती की जाती है। साथ ही पात्रों के स्थान पर अधिकतर अपात्रों के राशन कार्ड बने हुए है। जिनमें यूनिट के अनुसार दो से पांच किलो की कटौती की जाती है। -कोटेदार ने गेहूं को दबा बांटा चावल,बोले नहीं हुआ उठान विरोध पर की जाती है दबंगई, नहीं होती शिकायत पर कार्रवाई घटतौली की शिकायत आम, होता कुछ नहीं देवमई ब्लाक के अधिकांश गांवों में प्रति राशन कार्ड एक से दो किलो तक राशन कम दिया जाता है। इतना ही नहीं अंत्योदय कार्ड धारक को मिलने वाली चीनी भी प्रति कार्ड 500 ग्राम से एक किलो तक कम दी जाती है। विरोध करने पर अफसरों को जानकारी की बात कही जाती है। इस प्रकार के मामले प्रकाश में नहीं आए हैं, जहां से भी शिकायत आई उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। मामले की जांच कराई जाएगी यदि किसी कोटेदार के खिलाफ इस प्रकार के मामले प्रकाश में आते है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -अभय सिंह, डीएसओ