युपी फतेहपुर जाफरगंज । शराब बिक्री को लेकर नियम कानून तो बहुत बने हैं लेकिन पालन नहीं होता है। कहीं पान मसाला की गुमटियों से शराब बेची जा रही है तो कहीं ढाबे और होटल बॉर बन गए हैं। क्षेत्र में देशी शराब के ठेके के बगल में खुली कैंटीन ठेकों में तब्दील हो गई हैं।यहां सुबह से पूरी रात शराब बेची जा रही है। खरीददारों से होती है अधिक वसूली मांझेपुर में स्थित देशी शराब ठेके के बगल में खुली कैंटीन में सुबह से शराब बिक्री शुरू हो जाती है। यह सिलसिला देर रात तक चलता है। आलम यह है कि ठेका खुलने से पहले और बंद होने के बाद कैंटीन से शराब ज्यादा दाम में बेची जाती है। बताते हैं कि कैंटीन संचालक द्वारा पियक्कड़ों से प्रति पउआ 30 से लेकर 50 रुपये तक अधिक में वसूला जा रहा है। आबकारी निरीक्षक राजीव माथुर कहते हैं कि देशी शराब के ठेके के बगल में कैंटीन का प्राविधान है लेकिन कैंटीन से शराब की बिक्री गैरकानूनी है। यदि ऐसा हो रहा है तो जांच कराकर कर कार्रवाई की जाएगी। कैंटीन लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।