विजयीपुर,।परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक आहार परोसने की व्यवस्था कागजों में सिमट गई है। साप्ताहिक आहार तालिका (मेन्यू) के मुताबिक एमडीएम परोसा जाना दूर यमुना कटरी के स्कूलों की रसोई ठंडी पड़ी है। मंगलवार को प्रा.वि.वलीपुर रमसगरा के बच्चे मध्याह्न भोजन योजना (एमडीएम) के लिए स्कूल की रसोई ताकते रहे लेकिन उन्हें भोजन नसीब नहीं हुआ। प्राथमिक विद्यालय वलीपुर रमसगरा मजरे रामपुर में मंगलवार को बच्चे शांत बैठे नजर आए। पूछने पर पता चला कर उन्हें दोपहर का भोजन नहीं परोसा गया। 75 बच्चों के सापेक्ष मौजूद तीस बच्चों की निगाह रसोई पर टिकी थी। सहायक अध्यापक अनुराग सिंह ने बताया कि प्रधानाध्यापक कृष्णकांत शर्मा क्यों नहीं आए, उन्हें जानकारी नहीं है। रसोईया आई थी लेकिन रसोईघर में राशन नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानाचार्य कभी-कभार आते हैं। बच्चों को कभी नियमित भोजन नहीं मिलता। दूध-फल भले कागजों में वितरित किया जा रहा हो लेकिन बच्चों को नहीं मिलता है। विजयीपुर बीईओ रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालय में खाना न बनना चिंताजनक है। प्रधानाध्यापक की लापरवाही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। दाल चावल परोसना था वह भी नहीं मंगलवार को मेन्यू के मुताबिक दाल चावल परोसा जाना था। मानक के मुताबिक तीस बच्चों में पांच सौ ग्राम दाल, तीन किलो चावल और डेढ़ सौ ग्राम तेल की जरूरत थी लेकिन इसे लापरवाही कहें या बच्चों के निवाले पर डाका, स्कूल की रसोई में वह भी उपलब्ध नहीं था।