भाटपार रानी,देवरिया। जिले के मझौलीराज स्थित बलभद्र नारायण इंटर कॉलेज में दूसरे के नाम पर परीक्षा दे रहे चार युवकों को आंतरिक उड़ाकादल ने दबोच लिया। पकड़े गए युवको के बयान पर मझौली राज के किला चौराहे से सरगना बबलू को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पांचो युवक लखीमपुर खीरी पीलीभीत व शाहजहांपुर के बताए जा रहे हैं। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है। देवरिया जिले में गुरुवार की सुबह 180 केंद्रों पर यूपी बोर्ड की परीक्षा शुरू हुई। पहली पारी में हाई स्कूल की हिंदी पेपर की परीक्षा हो रही थी। सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र के मझौलीराज स्थित बलभद्र नारायण इंटर कॉलेज में छात्र परीक्षा दे रहे थे। विद्यालय के आंतरिक उड़ाकादल कक्षा में छात्रों की चेकिंग कर रहा था। दल के सदस्य छात्रों के आधार कार्ड की परिचय पत्र की मिलान कर रहे थे। इसी बीच चार छात्रों के आधार कार्ड दूसरे जिले के होने पर कुछ शक हुआ। टीम के सदस्यों ने इसकी गहनता से जांच किया तो चारों युवक फर्जी आधार कार्ड बनाकर दूसरे के नाम पर परीक्षा देते मिले। टीम ने चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि चारों को दूसरे के नाम पर परीक्षा देने के लिए लखीमपुर खीरी का रहने वाला बबलू उर्फ दर्शन सिंह पुत्र जीत सिंह लाया हुआ था। वह मझौलीराज कस्बे के किला चौराहे पर है। युवकों के निशानदेही पर मझौली राज के किले चौराहा से सरगना बबलू दर्शन सिंह को पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस पांचो को सलेमपुर कोतवाली ले गई, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। केंद्र व्यवस्थापक के अनुसार धर्मेंद्र कुमार पुत्र अर्जुन प्रसाद लखीमपुर खीरी के स्थान पर रोशनलाल पुत्र विदेशी निवासी मुरार लखीमपुर खीरी परीक्षा दे रहा था। गुरेन्द्र पाल सिंह पुत्र जसवंत सिंह निवासी पीलीभीत के स्थान पर अजय पुत्र रमाशंकर निवासी पीलीभीत, मनवीर सिंह पुत्र हरविंदर सिंह पीलीभीत के स्थान पर संदीप कुमार सिंह पुत्र राम अवतार सिंह निवासी कबीरगंज पीलीभीत और ऋतुराज त्रिपाठी पुत्र अश्वनी त्रिपाठी निवासी शाहजहांपुर के स्थान पर एक दूसरा व्यक्ति परीक्षा दे रहा था। केंद्र व्यवस्थापक ने सभी के विरुद्ध सलेमपुर कोतवाली में तहरीर दिया है।

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भाटपार रानी,देवरिया :बनकटा थानाक्षेत्र के सतेंद्र यादव निवासी रुस्तम बहियारी (खड़वा टोला) गांव में शनिवार देर शाम आपसी विवाद से गुस्साए सतेंद्र यादव ने ईट से कुचलकर पत्‍‌नी की हत्या कर दी। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने आरोपी सतेंद्र यादव को हिरासत में लिया है। सतेंद्र यादव रुस्तम बहियारी (खड़वा टोला) के तीन बेटे है और पत्‍‌नी मंशा देवी (32) के साथ गांव में निवास कर रहे थे।पिछले कुछ साल पहले उसने अकटही बाजार में एक अर्केस्टा चलाने लगा और उसमे की किसी नर्तकी से प्रेम प्रसंग होने पर अपनी पत्नी मंशा (32) व अपनी बेटी मुस्कान (9) छोटी (6) व छोटू (४) को घर पर छोड़ कर रहने लगा।नर्तकी से हुए प्रेम प्रसंग के बाद पति-पत्‍‌नी के बीच कलह होने लगी।शनिवार की शाम पति सतेंद्र यादव नर्तकी के साथ अपने घर पर चला गया। जिसके कारण पति-पत्‍‌नी के बीच झगड़ा हो गया। गुस्साए सतेंद्र यादव ने अपनी पत्‍‌नी मंशा देवी के सिर पर ईट से वार कर दिया,जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद सतेंद्र यादव ने खुद पड़ोसियों से अपनी पत्‍‌नी को फांसी लगाकर हत्या कर लेने की बात कही। मोहल्ले के कुछ लोगों ने उसके घर जाकर देखा तो रक्तरंजित शव पड़ा मिला।जिसकी तत्काल सूचना पीड़िता के मायके वालों को दी गई।मायके वालों की सूचना पर एसएचओ बनकटा अमित कुमार रॉय अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे तथा शव कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की। साथ ही हत्यारोपी पति को हिरासत में ले लिया।बनकटा एसएचओ अमित कुमार रॉय ने बताया कि प्राथमिक छानबीन में पति पत्नी के बीच नर्तकी के घर ले जाने को लेकर गृह कलह में पत्‍‌नी की हत्या की बात सामने आई है। आरोपी को हिरासत में लेकर शव पोस्टमार्टम को भेजा गया है।आरोपी पर कानूनी प्रक्रिया के तहत धारा 302 सहित अन्य आवश्यक धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए आगे की जांच शुरू कर दी गई है। मृत महिला मंशा देवी का मायके लार थानाक्षेत्र के ठाकुर गौरी है।

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देवरिया: जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह ने बताया है कि 17 फरवरी (शनिवार) को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा तथा 19 फरवरी को ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन के दृष्टिगत तहसील दिवस का आयोजन 20 फरवरी, दिन मंगलवार को किया जाएगा। उन्होंने बताया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा तथा ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के आयोजन हेतु व्यवस्थाओं में अधिकांश अधिकारी व्यस्त रहेंगें, जिसके वजह से यह निर्णय लिया गया है।

घरेलू हिंसा सभ्य समाज का एक कड़वा सच है।आज भले ही महिला आयोग की वेबसाइट पर आंकड़े कुछ भी हो जबकि वास्तविकता में महिलाओं पर होने वाली घरेलु हिंसा की संख्या कई गुना अधिक है। अगर कुछ महिलाएँ आवाज़़ उठाती भी हैं तो कई बार पुलिस ऐसे मामलों को पंजीकृत करने में टालमटोल करती है क्योंकि पुलिस को भी लगता है कि पति द्वारा कभी गुस्से में पत्नी की पिटाई कर देना या पिता और भाई द्वारा घर की महिलाओं को नियंत्रित करना एक सामान्य सी बात है। और घर टूटने की वजह से और समाज के डर से बहुत सारी महिलाएं घरेलु हिंसा की शिकायत दर्ज नहीं करतीं। उन्हें ऐसा करने के लिए जो सपोर्ट सिस्टम चाहिए वह हमारी सरकार और हमारी न्याय व्यवस्था अभी तक बना नहीं पाई है।बाकि वो बात अलग है कि हम महिलाओं को पूजते ही आए है और उन्हें महान बनाने का पाठ दूसरों को सुनाते आ रहे है। आप हमें बताएं कि *-----महिलाओं के साथ वाली घरेलू हिंसा का मूल कारण क्या है ? *-----घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें अपने स्तर पर क्या करना चाहिए? *-----और आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा होती देखी तो क्या किया?