शासन के निर्देश है कि जिले के प्रत्येक ब्लॉक में पांच पांच अन्नपूर्णा स्टोर बनाए जाएं। ऐसे में जिले में 75 अन्नपूर्णा स्टोर बनाए जाने हैं। इनमें 68 दुकान लगभग पूरी हो गई है। साथही दूसरे चरण में सात दुकानों का निर्माण होना शेष है। दरअसल इंस्टिट्यूट को बनाने के पीछे शासन की मनसा है कि अभी तक कोटेदार द्वारा निजी जगह पर राशन का वितरण किया जाता है। ऐसे में कोटेदार के बदलने के साथही जगह का भी बदलाव हो जाता है। इससे राशन कार्ड धारकों को दिक्कत होती है। लेकिन अन्नपूर्णा स्टोर बनने के बाद ऐसा नहीं होगा।