खबर अमेठी कस्बे से है जहां सड़क की किनारे लगे फुटपाथ की दुकानों के कारण लगता है अधिकतर जाम। आपको बता दें सड़क के किनारे ठेले और गुमटियों के कारण अधिकतर जाम की शिकायत बनी रहती है और आए दिन शहर में जाम लगा रहता है। इसको लेकर कई बार स्थानीय दुकानदारों और निवासियों ने कई बार शिकायत की लेकिन उनकी शिकायत पर कोई भी कार्रवाई नगर पंचायत के द्वारा नहीं की गई। स्थानीय निवासियों का कहना है की ठेले वाले दुकान के सामने सड़क पर और फुटपाथ पर अतिक्रमण कर देते हैं जिसके कारण जाम लग जाता है।

कड़ाके की ठंड में भी ग्रामीण बाजारों में अलाव नहीं जलाए गए हैं आने जाने वाले लोग परेशान हो रहे हैं

Transcript Unavailable.

कस्बे को जाम से निजात दिलाने के लिए सरकार करोड़ों रुपए की लागत से ओबर बृज का निर्माण कराया है लेकिन उस लग्ज़री गाडियां खड़ी रहती है जिसके चलते लोगों को आने जाने में परेशानी उठानी पड़ती है

Transcript Unavailable.

एक सामान्य समझ है कि कानून और व्यवस्था जनता की भलाई के लिए बनाई जाती है और उम्मीद की जाती है कि जनता उनका पालन करेगी, और इनको तोड़ने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके उलट भारतीय न्याय संहिता में किये गये हालिया बदलाव जनता के विरोध में राज्य और पुलिस को ज्यादा अधिकार देते हैं, जिससे आभाष होता है कि सरकार की नजर में हर मसले पर दोषी और पुलिस और कानून पूरी तरह से सही हैं।

अमेठी कस्वे में जाम से निजात पाने के लिए सभी प्रयास असफल हो रहें हैं

अमेठी कस्वे में प्रायः जाम लगा रहता है पूरा कस्बा सुबह से शाम तक जाम से जूझते रहते हैं

बुधवार की सुबह घना कोहरा‌ पढ़ने से आवागमन बाधित हो गया है कोई पूरे के चलते लोग दिन में भी अपने वाहन की लाइट जला कर चल रहे हैं

Transcript Unavailable.