उत्तरप्रदेश राज्य के औरंगाबाद ज़िला से सलोनी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि जब महिलाओं को भूमि से वंचित कर दिया जाता है तो वो असहाय और कमज़ोर महसूस करती है। अगर वही उन्हें जमीन में हिस्सा मिलता है तो खुद में सशक्त महसूस करती है कि वो अपने बच्चों का पालन पोषण कर सकती है। वही अगर पति की मृत्यु हो जाती है तो महिलाएँ अधिकार पाने के लिए बहुत परेशान होती है। इसलिए महिलाओं को भूमि का अधिकार मिलना चाहिए ताकि वो उसमें खेती बाड़ी करें