मध्यप्रदेश राज्य के इंदौर से सुषमा ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि बूथ कैप्चरिंग बदल गया है । इसके तौर तरीकों में बदलाव आया है। पहले नेता और कार्यकर्त्ता द्वारा बूथ कैप्चरिंग की जाती थी पर अब अधिकारी और एजेंसी द्वारा यह किया जा रहा है। सत्ता पक्ष के लोग एजेंसी पर दबाव बना कर यह कार्य किया जा रहा है। झारखण्ड में भी यही हो रहा है। जनता को सावधान रहना होगा