गर्मी से बचने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने होंगे | बिजली का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल ना करें, पानी का सही इस्तेमाल करें और जब तक ज़रूरी ना हो, घर से बाहर धुप में ना निकले |

मध्यप्रदेश राज्य के सिवनी ज़िला से अनिल दिनेश्वर ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि सिवनी के पेन्स टाइगर रिज़र्व ,बफर जॉन के क्षेत्र में आता है जिसमे अमृत वन रिज़ॉर्ट के सामने बंजारी नाले के पास लगभग 250 चमगादड़ मृत पाई गई।मृत के बारे में जानकारी मिलने पर, पेंच टाइगर रिजर्व के उप निदेशक और पेंच टाइगर रिजर्व के वन्यजीव स्वास्थ्य अधिकारी ने स्थल निरिक्षण कर मृत जानवरों का निरिक्षण व परिक्षण किया गया ।

हमारी सूखती नदियां, घटता जल स्तर, खत्म होते जंगल और इसी वजह से बदलता मौसम शायद ही कभी चुनाव का मुद्दा बनता है। शायद ही हमारे नागरिकों को इससे फर्क पड़ता है। सोच कर देखिए कि अगर आपके गांव, कस्बे या शहर के नक्शे में से वहां बहने वाली नदी, तालाब, पेड़ हटा दिये जाएं तो वहां क्या बचेगा। क्या वह मरुस्थल नहीं हो जाएगा... जहां जीवन नहीं होता। अगर ऐसा है तो क्यों नहीं नागरिक कभी नदियों-जंगलों को बचाने की कवायद को चुनावी मुद्दा नहीं बनाते। ऐसे मुद्दे राजनीति का मुद्दा नहीं बनते क्योंकि हम नागरिक इनके प्रति गंभीर नहीं हैं, जी हां, यह नागरिकों का ही धर्म है क्योंकि हमारे इसी समाज से निकले नेता हमारी बात करते हैं।

विश्व वन्यजीव दिवस जिसे आप वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे के नाम से भी जानते है हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य है की लोग ग्रह के जीवों और वनस्पतियों को होने वाले खतरों के बारे में जागरूक हो इतना ही नहीं धरती पर वन्य जीवों की उपस्थिति की सराहना करने और वैश्विक स्तर पर जंगली जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य या दिवस मनाया जाता है.विश्व वन्यजीव दिवस के उद्देश्य को पूरा करने के लिए है हर वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है जिससे लोगो में इसके प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूकता को बढ़ावा मिले . हर वर्ष की तरह इस वर्ष 2024 का विश्व वन्यजीव दिवस का थीम है " लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज" है। "तो आइये इस दिवस पर हम सभी संकल्प ले और वन्यजीवों के सभी प्रजातियों और वनस्पतियों के संरक्षण में अपना योगदान दे।

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मध्य प्रदेश राज्य के सिवनी के पेंच टाइगर रिजर्व में दिवंगत वर्ल्ड फेमस कॉलर वाली बाघिन को एक बार फिर याद किया गया। दरअसल पेंच टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने वर्ल्ड फेमस कॉलर वाली बाघिन की पुण्यतिथि पर टुरिया गेट पर कार्यक्रम आयोजित किया। और पेंच प्रबंधन गाइड और पर्यटकों ने बाघिन को श्रद्धांजलि दी। आपको बता दे पेंच टाइगर रिजर्व की कॉलर वाली बाघिन के नाम विश्व मे सर्वाधिक 29 शावकों को जन्म देने का रिकॉर्ड दर्ज है। और 2 वर्ष पहले 15 जनवरी के दिन बाघिन की मृत्यु हो गई थी। और पीएम मोदी ने भी मन की बात में बाघिन का जिक्र किया था। और मप्र में बाघो के कुनबे को बढ़ाने में कॉलर वाली बाघिन का विशेष योगदान माना जाता है। और कॉलर वाली बाघिन के चाहने वाले आज भी उसके योगदान को याद करते है।

मध्यप्रदेश राज्य के सिवनी जिले से अनिल दिनेशवर ने मोबाईल वाणी के माध्यम से पेंच नेशनल पार्क में शाकाहारी वन्य प्राणी के गणना की बात बताई