छिपकली का शरीर पर गीरना, महिला के हाथ में खाली घड़ा देखना, बिल्ली का रास्ता काटना, मुंडेर पर उल्लू आकर बैठना या उसने आवाज निकालना, बात करते हुए छिक आना जैसी घटनाओं को हम शुभ या अशुभ के साथ जोड़ते है। मान्यता है कि अपशकुन हो जाए तो अच्छे भले चलते हुए काम भी रूक जाते हैं, जीवन में कई मुसीबतें आ जाती हैं। शुभ अशुभ संकेतों को लेकर हमारे बड़े बुजुर्ग इन से बचने की सलाह न जाने कब से देते आ रहे हैं। शकुन अपशकुन अंधविश्वास पर आधारित अवधारना है। शकुन यानी भविष्य में घटीत होने वाली शुभ या अशुभ बातों की सूचना देना है। शकुन व अपशकुन यह शकुन के दो प्रकार हैं लेकिन इस की और देखने की कई प्रकार की विधियां है। इसी को कुछ जगह सच-झूठ, दाहिना-बाया, शुभ- अशुभ इस तरह की पर्यावाची नाम दिए जाते है।