सीतापुर/औरंगाबाद। आम की बागों में इस बार समय से पहले बौर आने लगा है। अभी दिसंबर चल रहा है, जबकि आमतौर पर फरवरी-मार्च में बौर निकलता है। समय से पहले आम के पेड़ में बौर आने को बागवान शुभ संकेत नहीं मान रहे हैं। बागवान हैरान व परेशान हैं। जानकार इसे मौसम का असर बता रहे हैं। खैराबाद व महमूदाबाद दो फल पट्टी हैं। करीब 17 हजार हेक्टेयर भू-भाग में आम की बागें हैं। यहां लगभग 2 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन होता है। यहां के आम देेश भर में विख्यात हैं। इस बार आम की फसल पर मौसम का असर अभी से नजर आने लगा है। दिसंबर में कड़ाके की ठंड होती है, लेकिन इस बार फरवरी के अंत व मार्च की शुरुआत जैसी धूप खिली हुई है।