सीतापुर। पहाड़ों पर बर्फबारी से हवा में ठंड घुलने लगी है। तेज सर्द पछुआ हवाओं के असर से सर्दी बढ़ती जा रही है। पिछले चार दिनों में रात का पारा छह डिग्री लुढ़क गया। शाम ढलते ही ठंड बढ़ने से सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक न रैन बसेरे शुरू किए गए हैं और न ही अलाव की व्यवस्था हो सकी है। रविवार को दिन में 11 किमी प्रति घंटे की गति से सर्द हवाएं चलीं। इससे धूप के बीच भी सिहरन का अहसास हुआ। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री व न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। उधर, रात में गलन शुरू होने के बाद भी रैन बसेरों व अलाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। पिछले साल शहर के लालबाग चौराहे, जीआईसी व रोडवेज बस स्टैंड पर रैन बसेरे की व्यवस्था कराई थी। इन रैन बसेरों में काफी संख्या में लोग रातें गुजारते थे। वहीं सभी तहसीलों पर भी रैन बसेरों बने थे, लेकिन इस वर्ष दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक भी रैन बसेरे शुरू नहीं हो सके हैं।