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सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा आम की फसल में मिर्च में लीफ स्पॉट रोग का नियंत्रण कैसे करें, इसके बारे में बता रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

नमस्कार आज मंगलवार 12 मार्च है, मोबाइल वाणी पर आपका स्वागत है। सुनिये मध्यप्रदेश की आज की अहम खबरें। -- मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने ज्ञानवापी की तर्ज पर धार की भोजशाला का सर्वे कराने के आदेश दिए हैं। सोमवार को इस मुद्दे पर कोर्ट ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) को 5 एक्सपर्ट की टीम बनाने को कहा है। इस टीम को 6 सप्ताह में रिपोर्ट कोर्ट को सौंपनी होगी। इस मामले में इंदौर हाईकोर्ट में 19 जनवरी को बहस हुई थी। तब सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। आज 11 मार्च को कोर्ट ने फैसला सुनाया। इसमें कहा गया कि सर्वे 29 अप्रैल तक पूरा करना है। -- लोकसभा चुनाव से पहले मप्र में कांग्रेस पार्टी में टूट जारी है। कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं और कई कतार में बताए जाते हैं। सोमवार को पन्ना के गुनौर से कांग्रेस विधायक रहे शिवदयाल बागरी और सागर जिले की खुरई सीट से विधायक रहे अरुणोदय चौबे ने सोमवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे और भाजपा से तीन बार विधायक रहे दीपक जोशी जो कुछ महीनों पहले कांग्रेस जॉइन की थी वे भी अब अपनी पार्टी में लौटने को उत्सुक हैं। हालांकि सोमवार को उनकी घर वापसी नहीं हो सकी क्योंकि पार्टी के नेता उन्हें फिर शामिल करने के पक्ष में एकमत नहीं थे। ऐसे में फिलहाल इस फैसले पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। -- मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी पर किसानों को प्रति क्विंटल 125 रुपए का बोनस दिया जाएगा। सोमवार को हुई डॉ. मोहन यादव कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया है। सरकार किसानों से समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं खरीदती है। इस पर सरकार 125 रुपए बोनस देगी। बोनस मिलाकर किसानों को अब एक क्विंटल गेहूं की कीमत 2400 रुपए मिलेगी। दोस्तों, आप मोबाइल वाणी पर प्रस्तुत मध्य प्रदेश के इन अहम समाचारों को लेकर क्या सोचते हैं हमें ज़रूर बताएं, आप मोबाइल वाणी की ऐप अपनी राय रिकार्ड कर सकते हैं या फिर अपने फोन से तीन नंबर का बटन दबाएं। आप अपने इलाके की खबरों को भी हमसे साझा करें, हम इन खबरों को मंच जरूर देंगे

महिलाओं ने दौड़ाई साइकिल, इंस्पायर इंक्लूशन के संदेश का किया प्रचार-प्रसार

मध्यप्रदेश राज्य के जिला सतना से संध्या विश्वकर्मा , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि नारी को पहले शिक्षा का अधिकार नहीं था। पहले राजा राम मनमोहन राय और ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने महिला शिक्षा की शुरुआत की थी । विरोध और हिंसा हुई , लेकिन समय बीतने के साथ महिला शिक्षा का महत्व बदल गया , और इस देश में पुरुषों के आगे बढ़ने के साथ महिला शिक्षा में बदलाव और विकास होने लगा । आज शिक्षा में महिला बहुत आगे है। स्त्री और पुरुष दोनों को शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार है। सरकार ने महिलाओं की शिक्षा के लिए कई कानून बनाए हैं , जिनमें से कुछ हैंः सर्व शिक्षा अभियान इंदिरा महिला योजना बालिका समृद्धि योजना महिलाओं के लिए राष्ट्रीय कोष महिला समृद्धि योजना सरकार ने महिलाओं के लिए कई कानून बनाए हैं जैसे दहेज निषेध अधिनियम , उन्नीस सौ इकासी परिवार न्यायालय अधिनियम , महिलाओं का एक हजार नौ सौ चौरासी अभद्र प्रतिनिधित्व । आज के युग में ऐसे लेखों के लाखों उदाहरण हैं जिनमें महिलाओं ने अपने काम और गौरव का जश्न मनाया है । रानी लक्ष्मी जैसी कई ऐसी महिलाएँ हैं । मेनिभाई एनी बेसेंट मदर टेरेसा लता मंगेशकर कल्पना चावला पी . वी . सिंधु आदि । इस समाज में पुरुष और महिला एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और शिक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है ।

पत्रकारों को बताए गए प्रेस एक्ट और पत्रकारिता के आचरण के मानकसतना और मैहर जिले के पत्रकारों को जिला जनसंपर्क कार्यालय ने एक वर्कशॉप आयोजित कर पत्रकारों को समाचार संकलन,प्रस्तुतिकरण और मानकों के पालन के साथ नियम कायदों की जानकारी दी।

बनी मिस टीन मध्य प्रदेश ग्लैम, जनवरी में ही जीती थी मिस टीन इंडिया स्पर्धाग्लैमर वर्ल्ड में सतना की बेटी ने एक बार फिर धूम मचाई है। सतना जिले की बेटी मीनाक्षी ने मिस टीन मध्य प्रदेश ग्लैम खिताब जीता है। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच मीनाक्षी ने अंतिम राउंड में भोपाल की सुहानी को पछाड़ कर खिताब अपने नाम किया। मीनाक्षी इसके पूर्व जनवरी में ही मिस टीन इंडिया बन चुकी हैं

भारत गंभीर भुखमरी और कुपोषण के से जूझ रहा है इस संबंध में पिछले सालों में अलग-अलग कई रिपोर्टें आई हैं जो भारत की गंभीर स्थिति को बताती है। भारत का यह हाल तब है जब कि देश में सरकार की तरफ से ही राशन मुफ्त या फिर कम दाम पर राशन दिया जाता है। उसके बाद भी भारत गरीबी और भुखमरी के मामले में पिछड़ता ही जा रहा है। ऐसे में सरकारी नीतियों में बदलाव की सख्त जरूरत है ताकि कोई भी बच्चा भूखा न सोए। आखिर बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं।स्तों क्या आपको भी लगता है कि सरकार की नीतियों से देश के चुनिंदा लोग ही फाएदा उठा रहे हैं, क्या आपको भी लगता है कि इन नीतियों में बदलाव की जरूरत है जिससे देश के किसी भी बच्चे को भूखा न सोना पड़े। किसी के व्यक्तिगत लालच पर कहीं तो रोक लगाई जानी चाहिए जिससे किसी की भी मानवीय गरिमा का शोषण न किया जा सके।

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