आयुष विभाग सतना के तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र मझगवां में राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड द्वारा स्वीकृत परियोजना के अंतर्गत 35 किसानों को औषधीय खेती करने के लिये प्रोत्साहित करने प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में किसानों को बताया गया कि औषधीय पौधों के लिये बीज कहां से प्राप्त करना है, उत्पादन होने पर उत्पाद को कहां बेचना है। इसके अलावा आयुर्वेद औषधियों के महत्व एवं उपयोग के बारे में किसानों को जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी किसानों को जिला आयुष अधिकारी डॉ नरेंद्र पटेल ने प्रमाण पत्र भी वितरित किये। उन्होने प्रशिक्षित किसानों से कहा कि औषधीय पौधों की खेती से आय के स्त्रोत बढ़ेगे। औषधीय खेती के उत्पाद को पारंपरिक खेती के उत्पादों की तुलना में अच्छे दाम भी मिलेंगे। राज्य औषधीय पादप बोर्ड द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण में कृषि वैज्ञानिक डॉ महेंद्र नेगी, डॉ मनोज त्रिपाठी और डॉ अखिलेश जांगड़े ने कृषकों को औषधीय फसलों के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण में कृषकों को ट्रेनिंग किट और अश्वगंधा के बीजों का वितरण भी किया गया।