वन कर्मियों को धमकी देकर आरोपियों को छुड़ाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज पन्ना। जिले के उत्तर वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र विश्रामगंज के बीट सरकोहा- ए कक्ष क्रमांक पी- 333 में अतिक्रमण कर अवैध रूप से निर्माण करते पाए जाने पर आरोपी गंगू कुशवाहा पिता तांतू कुशवाह निवासी सरकोहा एवं कमलेश आदिवासी पिता टांगी आदिवासी निवासी कल्याणपुर को मना करने के बाद भी जब वह नहीं माने तब डिप्टी रेंजर काशी प्रसाद अहिरवार एवं वनरक्षक आदेश चौधरी के द्वारा आरोपियों के खिलाफ पीओआर काटकर दोनों आरोपियों को पड़कर वन परिक्षेत्र कार्यालय विश्रामगंज पन्ना लाया जा रहा था। तभी रास्ते में धीरू यादव पिता गोविंद यादव के द्वारा रास्ता रोककर वन कर्मियों के साथ अश्लील अभद्र एवं जाति सूचक गाली गलौज एवं जान से मारने की धमकी देते हुए दोनों आरोपियों को छुड़ा कर ले जाया गया। वन कर्मियों के द्वारा डीएफओ गर्वित गंगवार, एसडीओ दिनेश गौर एवं रेंजर नितिन राजोरिया को सूचना दी गई। कुछ देर बाद तत्काल फॉरेस्ट टीम के द्वारा सरकोहा पहुंचकर आरोपियों की तलाश की गई लेकिन तब तक तीनों आरोपी फरार हो चुके थे। पीड़ित वन कर्मियों के द्वारा आजाक थाना पन्ना में शिकायती आवेदन सौंप कर कार्रवाई की मांग की गई। जिस पर आजाक थाना में आरोपी धीरू यादव पिता गोविंद यादव निवासी ग्राम सरकोहा गंगू कुशवाहा पिता ताऊ कुशवाह निवासी करकोहा एवं कमलेश आदिवासी पिता टांगी आदिवासी निवासी कल्याणपुर के खिलाफ धारा 353, 294, 323, 506, आईपीसी एवं एससी एसटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। एवं फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।

पन्ना। जिले के उत्तर वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र विश्रामगंज के जंगल वन कर्मियों की सांठगांठ से हीरा माफियाओं के द्वारा दिन-रात खोखले किये जा रहे हैं। अब तक सूत्रों से प्राप्त जानकारी और फोटो के आधार पर समाचार प्रकाशित होते थे जिस पर वन विभाग के डीएफओ, एसडीओ, रेंजर, डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड के द्वारा खबरों को जांच के नाम पर झुठला दिया जाता था। लेकिन जब मीडिया की टीम ने स्वयं जंगलों में पहुंचकर तहकीकात की तो आंखें फटी की फटी रह गई। पहले तो केवल भियारानी, सरकोहा और रानीपुर के जंगलों में अवैध हीरा खदानों की सूचना मिलती थी। लेकिन मौके पर पहुंच कर देखने पर भिवारानी के साथ- साथ मांझा बीट-बी, कुदरैया, चैरई की भाठिया सहित विश्रामगंज क्षेत्र और बफर जोन के जंगलों तक दिन-रात अवैध हीरा खदानें चल रही है। 18 फरवरी को मीडिया की टीम वन परिक्षेत्र विश्रामगंज की टगरा बीट अंतर्गत भियारानी के जंगल में पहुंचे जहां जीपीएस लोकेशन के साथ फोटो खींचकर अधिकारियों को भेजे जिनके द्वारा कार्रवाई का आस्वापन दिया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। मांझा बीट बी में अंधाधुंध।

कलेक्टर बंगला और सर्किट हाउस से लगी बस्तियों में भीषण पेयजल संकट मुख्यालय पन्ना में कलेक्टर बंगला और सर्किट हाउस के बगल में बसी वस्तियों के रहवासी पेयजल भीषण संकट से जूझ रहे हैं। वार्ड क्रमांक 17 मदर टेकरी और वार्ड क्रमांक 13 धरम सागर की बस्ती के लोग ऊंची घाटी चढ़कर पानी भरने जाते हैं। जहां सैकड़ों लोग लाइन पर घंटों इंतजार करते हैं, | जिसके बाद भी सभी लोगों के पानी भरने से पहले ही नल बंद हो जाता है। ऐसे में बुजुर्ग और दिव्यांग लोगों को अधिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। कई बार नगर पालिका और कलेक्टर कार्यालय में शिकायत करने के बाद भी समाधान नहीं हुआ जिससे परेशानी बरकरार है। जबकि यह समस्या कलेक्टर बंगले के ठीक बगल में देखी जा रही है जहां सर्किट हाउस भी है यहां आए दिन बड़े अधिकारी और नेताओं का आवागमन लगा रहता है। इसके बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं हो रहा, अल्प प्रवास पर पन्ना पहुंचे बालाघाट के पूर्व सांसद और पूर्व विधायक कंकर मुंजारे ने इस समस्या को देखकर सरकार की योजनाओं पर सवाल उठाए हैं।

प्रतिबंधित गाँजा क आरोपी को पुलिस गांजा के 11 हरे पेड़ वजनी करीब 3 किलो। पन्ना। पुलिस अधीक्षक पन्ना साई कृष्णा एस. मोटा द्वारा पन्ना जिले के समस्त थाना प्रभारियों को मादक पदार्थ (गांजा) का परिवहन, विक, उत्पादन एवं भण्डारण करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। पुलिस अधीक्षक पन्ना के निर्देशनुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती आरती सिंह एवं पन्ना जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) के मार्गदर्शन में जिले के समस्त थाना प्रभारियों चैकी प्रभारियों के नेतृत्व में थाना स्तर पर पुलिस टीमों का गठन किया गया है। इसी तारतम्य में दिनांक 21 फरवरी 2024 को थाना प्रभारी शाहनगर जन सुयश पाण्डेय को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम महगवां पाट में एक व्यक्ति अपने घर के बगल की बारी में अवैध रूप से गाँजा के पेड़।

पन्ना। जिले के उत्तर वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र विश्रामगंज के जंगल और पहाड़ वन कर्मियों की सांठगांठ से हीरा माफियाओं के द्वारा दिन-रात खोखले किये जा रहे हैं। मीडिया टीम ने जंगलों में पहुंचकर देखा तो हैरान रह गए। चारों ओर गहरी खदानें नजर आ रही थी। पहले 18 फरवरी को विश्रामगंज रेंज के टगरा बीट अंतर्गत भियारानी के जंगल में पहुंचकर जीपीएस लोकेशन के साथ फोटो खींचकर अधिकारियों को भेजने पर कार्रवाई का आस्वाशन दिया गया। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।मीडिया टीम 21 फरवरी को विश्रामगंज रेंज के मांझा बीट-बी में पहुंची तो नजारा भियारानी के जंगल से ज्यादा गंभीर था। यहां चारों ओर जंगलों को खोखला किया जा रहा था। ताजी चाल धोकर बिनाई चल रही थी और कुछ भीगी चाल धोने की तैयारी चल रही थी। डीएफओ गर्वित गंगवार को कई बार फोन करने पर उनके बड़ी मुश्किल से फोन उठाया गया। और कार्यवाई करवाने की बात कही गई। छतरपुर सीएफ संजीव झा ने भी कई बार फोन करने के बाद फोन उठाकर फोटो मंगवाई और कार्रवाई की बात कही। रेंजर नितिन राजोरिया के द्वारा तत्काल मौके पर डिप्टी रेंजर सीताराम साहू को भेजा गया। जिनके द्वारा मौके पर पहुंचकर बीट गार्ड राकेश बागरी को कई बार फोन किया गया लेकिन वह आने को तैयार नहीं हुए। जबकि चंद कदमों की दूरी पर वह प्लांटेशन का काम करवा रहे थे। डिप्टी रेंजर सीताराम साहू को मौके पर दर्जन भर से अधिक नई खदानें दिखाई गई जिनके द्वारा बीट गार्ड को निर्देश देकर कार्रवाई का आस्वाशन दिया गया लेकिन शाम तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। बीट गार्ड द्वारा मीडिया कर्मियों के फोन नहीं उठाए गए। बाद में पिछली डेट पर एक पीओआर काटने की जानकारी प्राप्त हुई है लेकिन मौके पर दर्जन भर से अधिक और आसपास सैकड़ा भर से अधिक अवैध हीरा खदानें संचालित होना पाया गया है। इसके साथ ही आसपास सागौन के पेड़ों की कटाई भी कही हुई है। इसके अलावा सरकोहा रानीपुर सर्किल अंतर्गत चौरई की भठिया में भारी अवैध हीरा उत्खनन देखा जा रहा है। पहाड़ी के नीचे सागौन की कटाई और पहाड़ी के ऊपर हीरे की खुदाई अंधाधुंध तरीके से चल रही हैं।

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क्रेडिट कार्ड बनवाने का झांसा देकर अनुसूचित जाति के बुजुर्ग किसान की 7 एकड़ जमीन फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवाए जाने का मामला सामने आया है पीड़ित श्यामलिया चमार पिता रजोला चमार उम्र लगभग 70 वर्ष निवासी ग्राम हीरापुर तहसील सिमरिया को जब इसकी भनक लगी तो पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन सौंप कर साजिश करता हूं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने आवेदन के माध्यम से बताया है कि वह गरीब और अशिक्षित है पति-पत्नी के अलावा परिवार में कोई नहीं है। प्रभू चौधरी किसान केडिट कार्ड बनवाने के लिये संतोष तिवारी के पास ले गया। संतोष तिवारी सिमरिया बैंक एवं मोहन्द्रा बैंक ले गये जहाँ कई‌ कागजों में मुझसे अंगूठा लगवाया। उसके बाद मुझे पन्ना लाए जहां एक ऑफिस में फोटो खिंचवाई और अंगूठा लगवाए। 7-8 दिन बाद सतोष तिवारी बोला कि तुमने अपनी जमीन मेरे दमाद रामप्रकाश तिवारी निवासी मोहन्द्रा को बेच दी है। तो मैंने कहा की नहीं बेची और जब मैं अपने जमीन के कागज की जानकारी के बारे में वकील से रजिस्ट्री निकलवाई तो पता चला की अनावेदकगणों ने मिलकर बिना पैसे दिये मेरी जमीन रजिस्ट्री करा ली है। जबकि मैंने कभी कोई जमीन नहीं बेंची न बेचना चाहता था। इस प्रकार मेरे साथ धोखा-धडी कर जमीन हड़प ली गई। अब अनावेदक जान से मारने की‌ धमकी दे‌ रहे हैं। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।

पन्ना मोबाइल वाने मुझे जरीना बेगम मुझे दीदी बताएँ कि आपका नाम क्या है मेरा नाम चंपा मरावी है और मैं डिंडोरी ब्लॉक जिले डिंडोरी से बोल रहा हूँ मेरी आवास अभी तक कहीं नहीं आई है जहाँ आपने दीदी से बात की है ।

डिंडोरी जिला ब्लॉक अमरपुर हूँ मेरा गाँव अलोनी है मेरा शौचालय बनाया गया है लेकिन इसे पंचायत स्तर से पैसे नहीं मिल रहे हैं

पन्ना से नगमा मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं कि उनका आवास योजना का लाभ नहीं मिला है