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भारत में हर पाँच मिनट पर घरेलू हिंसा की एक घटना रिपोर्ट की जाती है। नेशनल फैमिली हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार सख्त घरेलू हिंसा कानून- 2005 होने के बावजूद देश में हर तीन महिलाओं में से एक महिला घरेलू हिंसा की शिकार हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि 79.4% महिलाएं कभी अपने पति के जुल्मों की शिकायत ही नहीं करती। दोस्तों, हर रोज महिलाओं के खिलाफ जुर्म बढ़ रहे हैं , क्या अब हमारी संस्कृति को ठेस नहीं पहुंच रही , जिस पर इतने डींगे हाँकते है ? समाज में उत्पीड़न, शोषण और हिंसा का निरंतर बढ़ता ग्राफ अब बढ़ता ही जा रहा है। और जिस पर हमें अपनी चुप्पी तोड़नी ही होगी। हमें इस मुद्दे पर अपनी आवाज़ उठानी ही होगी।

उत्तरप्रदेश राज्य के महराजगंज ज़िला से रचना सिंह ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि जब महिलाएं शिक्षित होंगी तो वो सही गलत को समझ पाएगी इसीलिए महिला हिंसा को खत्म करने के लिए महिलाओं का शिक्षित होना ज़रूरी है। शिक्षित होने पर महिला अपने ऊपर होने वाली हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठा पाएंगी। साथ ही आने वाली पीढ़ी को भी शिक्षित करेंगी

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महराजगंज से रचना सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि घरेलू हिंसा को रोका जा सकता है , सभी महिलाओं को एक साथ खड़ा होना चाहिए और घर में घरेलू हिंसा को रोकने के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए । अगर किसी महिला को कोई समस्या है तो घर की सभी महिलाओं को उसके खिलाफ आवाज उठाने के लिए उस महिला का समर्थन करना चाहिए और समाज के सभी लोगों को महिलाओं का समर्थन करना चाहिए । स्वस्थ सम्मानपूर्ण और अहिंसक संबंधों को बढ़ावा देने की रणनीतियाँ घरेलू हिंसा को रोकने के लिए रोकथाम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं । पार्ट ऐसे कार्यक्रम हैं जो युवाओं को स्वस्थ संबंध कौशल सिखाते हैं जैसे कि संचार भावनाओं का प्रभावी ढंग से प्रबंधन और समस्या - समाधान ।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महराजगंज से रचना सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि घरेलू हिंसा बढ़ रही है । हिंसा सभ्य समाज का एक कड़वा सच है । महिलाओं के खिलाफ बढ़ती घरेलू हिंसा को देखते हुए हम कह सकते हैं कि हमारा देश स्वतंत्र हो गया है , लेकिन महिलाएं अभी भी स्वतंत्र नहीं हैं क्योंकि पुरुष वर्ग इसे अपने बराबर मानता है । लेकिन अगर कोई महिला अपने मन के अनुसार कोई भी काम करती है , तो हर तरह से महिलाएं हिंसा का शिकार होती आ रही है हैं । समाज को महिलाओं को समझने की जरूरत है। उनकी भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और उन्हें समझना चाहिए कि महिलाएं भी अपनी इच्छा के अनुसार काम कर सकती हैं , उन्हें यह स्वतंत्रता दी जानी चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महराजगंज से रचना सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि लड़कियों को भी लड़के के सम्मान समझना चाहियें। लड़कियों को भी लड़कों के बराबर माना जाना चाहिए एक तरफ हम लड़कियों और लड़कों के बारे में बात करते हैं कि शिक्षा सभी के लिए समान है , महिलाएं डरती है की कहीं कोई गलती उनके बच्ची के साथ नहीं हो। इस डर के कारण वह अपने बच्चियों को विद्यालय नहीं भेजती है , और इस तरह लड़कियां शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाती है। लड़कियों की भावनाओं को समझना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महराजगंज से रचना सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि घरेलु हिंसा से महिलाएं कमजोर हो जाती हैं। यह सिर्फ पिटाई नहीं है जो हिंसा का कारण बनती है । कभी - कभी परिवार के ताने भी महिलाओं को चौंका देते हैं । शारीरिक शोषण मानसिक शोषण भावनात्मक शोषण मनोवैज्ञानिक शोषण और महिलाएं मानसिक शोषण की शिकार हो रही हैं ,कुछ तो घर की चारदीवारी तक ही सीमित रहती हैं । घरेलू हिंसा दुनिया के हर हिस्से में मौजूद है । हमारे समाज में लोग घरों के अंदर हिंसा से टूट जाते हैं । कुछ लोग इस बारे में सोचते रहते हैं कि अगर हम एक कदम उठाएंगे तो हमारे बच्चे क्या करेंगे या समाज क्या कहेगा या हमारे रिश्ते क्या होंगे । महिलाएं धीरे - धीरे अपना दम घोंटती हैं और धीरे - धीरे खुद को कमजोर करती हैं । इस विचार के साथ , महिलाएं नहीं जानती हैं कि क्या कहना है और किसी तरह अपना जीवन व्यतीत करती हैं । लोगों को यह समझना चाहिए कि एक महिला कोई संपत्ति नहीं है ।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महराजगंज से रचना सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि राजीव की डायरी लोगो को पसंद आ रही है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महराजगंज से रचना सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि हिंसा को रोकने के लिए परिवारों को मजबूत होना चाहिए। घरेलू हिंसा को बेहतर दृष्टिकोण और बेहतर व्यवहार के माध्यम से रोका जा सकता है माता - पिता या परिवार - केंद्रित रोकथाम कार्यक्रम में भाग लेने से रिश्ते को मजबूत करने और हिंसक व्यवहार को रोकने में मदद मिल सकती है ।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महराजगंज से रचना सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि सभी शिक्षा का अधिकार है। हमारे समाज में , हर किसी को शिक्षा का अधिकार है , हमें और हमारे समाज को इसे गहराई से समझने और आत्मसात करने की आवश्यकता है । माता - पिता या घर के अन्य सदस्यों को यह समझना चाहिए कि चाहे वह लड़का हो या लड़की । इसके लिए उन्हें भी हर सुविधा मिलनी चाहिए और घर में ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि लड़की अपनी बात कहने में संकोच न करे ।