उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महराजगंज से रचना सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि घरेलु हिंसा से महिलाएं कमजोर हो जाती हैं। यह सिर्फ पिटाई नहीं है जो हिंसा का कारण बनती है । कभी - कभी परिवार के ताने भी महिलाओं को चौंका देते हैं । शारीरिक शोषण मानसिक शोषण भावनात्मक शोषण मनोवैज्ञानिक शोषण और महिलाएं मानसिक शोषण की शिकार हो रही हैं ,कुछ तो घर की चारदीवारी तक ही सीमित रहती हैं । घरेलू हिंसा दुनिया के हर हिस्से में मौजूद है । हमारे समाज में लोग घरों के अंदर हिंसा से टूट जाते हैं । कुछ लोग इस बारे में सोचते रहते हैं कि अगर हम एक कदम उठाएंगे तो हमारे बच्चे क्या करेंगे या समाज क्या कहेगा या हमारे रिश्ते क्या होंगे । महिलाएं धीरे - धीरे अपना दम घोंटती हैं और धीरे - धीरे खुद को कमजोर करती हैं । इस विचार के साथ , महिलाएं नहीं जानती हैं कि क्या कहना है और किसी तरह अपना जीवन व्यतीत करती हैं । लोगों को यह समझना चाहिए कि एक महिला कोई संपत्ति नहीं है ।