परिवार को राशन समेत अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई गई है। आश्वासन दिया है वह लोग किसी प्रकार की फिक्र न करें। इस बीच मोबाइल पर अपने दोनों बेटों के फोटो देखने में मशगूल मंजीत की मां चौधराइन ने कहा की साहब अब बर्दाश्त के बाहर है। एक-एक दिन इंतजार कराया जा रहा है। क्या सरकार के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि उनके बेटे सहित सभी फंसे मजदूरों को बाहर निकाला जा सके।