12 सितंबर को भीरा रेंज की पल्हनापुर गांव निवासी जोखे को हमला कर बाघ ने मार डाला। 30 सितंबर को ग्रंट नंबर तीन में ही रोजी-रोटी कमाने निकले राममिलन पर हमला कर बाघ ने मार डाला। 17 अक्टूबर को निघासन-बेलरायां रेंज के गांव मझरा पूरब में खेत पर चारा लेने गए रामदुलारे की बाघ हमले में मौत हो गई। 07 अक्तूबर को इसी रेंज के कठहुआ गांव में पशुओं के लिए चारा लेने गए ग्रामीण सुकई भार्गव पर बाघ ने हमला कर उसे मार दिया। एक साल के अंदर बाघ हमल में करीब 12 लोग अपनी जान गवां चुके हैं।