कुशीनगर जनपद से एक और सरकार के आंखों में धुल झोंक कर युपी पुलिस में कार्य करने का सनसनी खेज खबर सामने आया है। दरअसल कुशीनगर जनपद के चौराखास थाना क्षेत्र के अरूसवा गांव निवासी महातम सिंह का आरोप है कि उनके गांव का रहने वाला विजय प्रताप सिंह नामक व्यक्ति अपना जन्म तिथि पता बदलकर फर्जी दस्तावेज पर उतर प्रदेश पुलिस सिपाही के पद पर तैनात हैं। शिकायतकर्ता के अनुसार विजय प्रताप सिंह ने अपना पहचान छिपाने के लिए बलिया जनपद के अवरई खुर्द उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अपना नाम की जगह राहुल कुमार लिखवा दिया और अपनी वास्तविक जन्मतिथि भी बदल दी आरोपी ने इसी विधालय से दसवीं व इंटर की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। वर्ष 2007, में ही माध्यमिक शिक्षा परिषद् से पुर्वांचल किसान इंटर कालेज लक्ष्मी विशुनपुर से उत्तीर्ण किया है। शिकायतकर्ता ने कोर्ट के आदेश पर सिपाही पर केस दर्ज कराया है। और उसकी विवेचना की जा रही है।

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जिला कार्यालय पर जुटी महिलाओं ने सुनाई अपनी व्यथा। कर्ज आसूलने के लिए किसी भी स्तर पर गिर जाते हैं माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारी।

पीड़ित ने थाने में तहरीर देकर लगाई न्याय की गुहार

क्रेडिट कार्ड नवीनीकरण के नाम पर डॉक्टर से मांगा ओटीपी। ओटीपी मिलने पर पांच बार में दो लाख 97 हजार रुपए निकाल लिये। डॉक्टर ने साइबर सेल में की है शिकायत।

सरकारी संस्था आईसीएमआर के डाटाबेस में सेंध लगाकर चुराया गया 81 करोड़ लोगों का डाटा इंटरनेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। लीक हुए डाटा में लोगों के आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी, पासपोर्ट, नाम, फ़ोन नंबर, पते सहित तमाम निजी जानकारियां शामिल हैं। यह सभी जानकारी इंटरनेट पर महज कुछ लाख रुपये में ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है। इसे डाटा लीक के इतिहास का सबसे बड़ा डाटा लीक कहा जा रहा है, जिससे भारत की करीब 60 प्रतिशत आबादी प्रभावित होगी।