बेनीगंज थाना क्षेत्र के इकरी निवासी अन्नू ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक, मुख्यमंत्री आदि को भेजे गए शिकायती पत्र मे बताया कि हमारे गांव मे एक जमीन जिसपर 30 वर्षो से कब्जा चला आ रहा है। जिसपर बबुल के पेड़ लगे थे।दिनांक एक जनवरी को सुबह पेड़ हम काट रहे थे इस दौरान हमारे ही गांव के रामदुलारे पुत्र नन्हें व सोनी पत्नी रामदुलारे आकर गाली गलौच करने लगे। आसपास के लोगो ने शोर शराबा व लडाई झगड़ा होते देख इसकी सुचना पुलिस को दी।मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को चौकी कोथावा को बुलवाया। वहां पर फैसला हो ही गया था। कि 2 जनवरी को मै और मेरे पिता जगदीश घर पर नहीं थे।घर पर मेरी पत्नी रेखा व मा कलावती थी।इस दौरान उपरोक्त लोग आये और गाली गलौच कर मारपीट करने लगे। मारपीट मे मेरी पत्नी घायल होकर बेहोश हो गयी।परिजनों की सुचना पर पहुंची एम्बुलेंस पीड़िता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोथावा को लाइ।जहा पर 2 घंटे बाद मेरी पत्नी को होस आया।पीड़ित ने यह भी बताया कि मेरा मुकदमा पंजीकृत तो पुलिस ने कर दिया। लेकिन पुलिस ने उल्टा ही हमारे पर मुकदमा पंजीकृत कर दिया। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक व मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र मे जांच कराये जाने की मांग की है।