*आखिरकार लोक निर्माण विभाग मंत्री का वादा उनके मातहत अभियंताओं ने तोड़ दिया। हजारों की भीड़ और कई जनप्रतिनिधियों के बीच 19 किलोमीटर लंबी सड़क का काम 15 दिसंबर तक पूरा करने का वादा लोक निर्माण विभाग के मंत्री ने मुख्य अभियंता से लिया था* 15 दिसंबर बीत गई है, लेकिन काम पूरा तो क्या आधा भी नहीं हो सका। मामला रद्धेपुरवा-बबनापुर से सांडी-शाहाबाद मार्ग का है। बात 27 जुलाई की है। लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल, सांसद जय प्रकाश और एमएलसी अशोक अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती की मौजूदगी में सधई बेहटा में आयोजित कार्यक्रम में रद्धेपुरवा-बबनापुर मार्ग के निर्माण की आधारशिला रखी थी। 58,57,38,000 रुपये की यह परियोजना आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल के विशेष प्रयासों से स्वीकृत हुई थी। शिलान्यास कार्यक्रम में लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद ने पूरी जनता के सामने विभागीय मुख्य अभियंता (मध्य क्षेत्र) से पूछा था कि सड़क कब तक बन जाएगी। मुख्य अभियंता ने मंच से ही जवाब दिया था कि निर्माण कार्य पूरा करने की अवधि जनवरी 2025 तक है। इस पर मंत्री ने कहा कि कैसे भी करो सड़क 15 दिसंबर तक पूरी कराओ। मंत्री के सामने मुख्य अभियंता ने हामी तो भर दी, लेकिन अब तक 40 फीसदी काम भी नहीं हो पाया है। एक नजर आंकड़ों पर--- सड़क की लंबाई - 19.300 किलोमीटर कुल लागत - 58,57,38000 प्रतिदिन निकलने वाले भारी वाहनों की संख्या - 497 हर रोज गुजरने वाले हल्के व दोपहिया वाहन - 6782 तो क्या सिंचाई, बिजली और जल निगम ने तुड़वा दिया वादा औपचारिक तौर पर वादा टूटने को लेकर विभागीय अभियंता चुप्पी साध लेते हैं, लेकिन फिर तर्क भी देते हैं। लोक निर्माण विभाग के खंड- एक के अधिशासी अभियंता सुमंत कुमार ने कहा कि मार्ग पर कई पुलिया बननी हैं। यह पुलिया रजबहों पर बननी हैं और इनके निर्माण के लिए सिंचाई विभाग ने अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया है। इसी तरह सड़क को चौड़ा करने के लिए बिजली के कई पोल हटाए जाने हैं। यानी लाइन शिफि्टंग होनी है। 30 लाख रुपये इसके लिए बिजली विभाग को दे दिए, लेकिन काम नहीं हुआ। इसी तरह जल निगम ने पाइप लाइन डाल दी, लेकिन इसमें लीकेज है। यह सही कराएं तो काम को रफ्तार मिले। जिन्होंने वादा किया था वह हट गए मंच से मध्य क्षेत्र के मुख्य अभियंता गोविंद सागर वर्मा ने लोक निर्माण विभाग के मंत्री से 15 दिसंबर तक सड़क का निर्माण पूरा करने का वादा किया था। विभाग से जब जानकारी ली गई तो पता चला कि उन्हें ही हटा दिया गया है और वह मुख्यालय से संबद्ध हैं। अब मध्य क्षेत्र के मुख्य अभियंता के पद पर योगेश पवार की तैनाती है। हल्के-फुल्के शब्दों में विभागीय अभियंता नाम न छापने के अनुरोध पर कहते हैं कि जिसने वादा किया था जब वही पद से हट गया तो फिर पूरा भी कौन करे।