शाहाबाद,हरदोई। पूर्ति कार्यालय में ही गरीबों को दिए जाने वाले राशन में डाका डालने की कार्रवाई अमल में लाई जाती है। यहां पूर्ति निरीक्षक के अलावा कई प्राइवेट कर्मी बैठते है, जो है तो प्राइवेट,लेकिन साहब की मेहरबानी के चलते सारे नियम कायदे दरकिनार कर सभी सरकारी कार्य व कोटेदारों को निर्देश देते हैं। बताया जा रहा है कि नगलालोथू निवासी रोहित यादव के हाँथ में कई बर्षों से पूर्ति कार्यालय की कमान है भले ही अधिकारी कोई भी आए या जाए। विभाग की सारी डीलिंग यही करते हैं। अब चूंकि शासन/प्रशासन से इसका कोई वास्ता तो है नहीं, ऐसे में बजट कहां से जारी हो इसके लिए कोटेदारों से बकायदा महिनवारी वसूल की जाती है,फिर इनको व अन्य प्राइवेट कर्मियों को तनख्वाह मिलती है। पूर्ति कार्यालय राशन कार्ड बनाने से लेकर गरीबों को मुफ्त राशन देने का मुख्य काम करता है। विभाग में अगर आपको कोई काम है, तो फिर चाहे वो राशन से संबंधित हो या राशन कार्ड से संबंधित, किसी की शिकायत हो या फिर कोई लेन देन का मसला तो आपको पूर्ति निरीक्षक से नहीं बल्कि प्राइवेट कर्मियों से बात करनी होगी। क्योंकि साहब की पूरी डीलिंग यही करते हैं। इतना ही नहीं आफिशियल मेल से लेकर जवाबदेही तक का सारा ताना बाना। यही प्राइवेट कर्मचारी करते हैं। अब इसमें कोई गोपनीय कागज हो या विभाग की कोई जानकारी बाहर जाना, इससे साहब का कोई लेना देना नहीं है।