उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवस्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को लंबे समय तक उपेक्षा और असमानता का सामना करना पड़ा है। शताब्दी में, महिला अधिकार आंदोलन ने महिलाओं को मतदान का अधिकार और शिक्षा और काम में समान अवसर देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। घरेलू हिंसा अधिनियम, यौन उत्पीड़न अधिनियम और मातृत्व लाभ अधिनियम महिलाओं के अधिकारों के बारे में समाज की धारणा में सुधार कर रहे हैं, लेकिन कई चुनौतियों अभी भी बनी हुई हैं। आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में भेदभाव का सामना करना पड़ा है। बाल शोषण और लैंगिक हिंसा जैसी समस्याएं आज भी प्रचलित हैं। इनसे निपटने के लिए जागरूकता अभियान कानूनों द्वारा सख्ती से लागू किए जाते हैं।