अभिनव त्रिपाठी ने बताया कि अनुवंशिक विज्ञान की जानकारी से स्वास्थ होगा मानव जीवन खुटहना गांव सरकारी स्कूल में गोष्ठी का आयोजन हुआ। खजनी गोरखपुर।। अनुवंशिक विज्ञान की बेहतर समझ और जानकारी होने पर हमें वंशानुगत (पीढ़ी दर पीढ़ी) होने वाले कई असाध्य रोगों से बचाव में मदद मिल सकती है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा इस दिशा में विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। खजनी क्षेत्र के खुटहना गांव के सरकारी स्कूल परिसर में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सौजन्य से अनुवंशिक विज्ञान स्वस्थ जीवन की सरल कुंजी तथा उर्जा साक्षरता विषय पर जागरूकता गोष्ठी को संबोधित करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रवक्ता अभिनव त्रिपाठी ने उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने विस्तार सहित जानकारी देते हुए कहा कि समय रहते यदि अनुवंशिक रोगों की पहचान कर ली जाए तो माता- पिता,दादा-दादी,नाना-नानी के द्वारा बच्चों में होने वाली बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉक्टर देव बख्श सिंह ने कैंसर, हीमोफीलिया,डाउन सिंड्रोम, मधुमेह आदि अनुवंशिक रोगों की जानकारी दी। कार्यक्रम के संयोजक सत्येंद्र कुमार ने सौर्य उर्जा के रूप में स्वच्छ ऊर्जा के महत्व को रेखांकित करते हुए उपस्थित जनसमूह को बताया कि अपना देश स्वच्छ प्रदूषणरहित उर्जा के रूप में सौर्य उर्जा के क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है। आगामी वर्ष 2030 तक भारत दुनियां का सबसे बड़ा सौर्य उर्जा उत्पादक देश बन जाएगा। इस दौरान उन्होंने सौर्य उर्जा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम को अर्द्धचंद्रधारी त्रिपाठी एवं ग्रामप्रधान रूद्र प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया तथा संचालन संजय मिश्रा ने किया। इस दौरान ग्रामप्रधान संगम त्रिपाठी,दिनेश, राम सागर,साधू,मेवाती,बासमती, शारदा,जियना,अनिता,समिना,मैना देवी,उषा,गीता देवी सहित गांव के दर्जनों लोग मौजूद रहे।