उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि हेडलाइन में हर दिन निश्चित रूप से बताया जाता है कि इस महिला ने यहां आत्महत्या की , उस लड़की ने वहां आत्महत्या की , कहीं न कहीं एक आदमी आत्महत्या करता है । अगर हम महिलाओं के बारे में सोचते हैं , तो कहीं न कहीं महिलाएं उनकी आत्महत्या का कारण होती हैं । उनके परिवार हैं , उनके शिक्षक हैं , उनके संबंध हैं , उनके माता - पिता का दबाव है , महिलाओं को शुरू से ही सिखाया जाता है कि उन्हें चुप रहना है लेकिन वे कब तक चुप रहेंगी। सहिष्णुता की एक सीमा है , कभी भी अपने सम्मान से समझौता न करें । परिवार चलाने के लिए कुछ समझौते करना ठीक है , लेकिन जब वे समझौते छोटे और मोटे होते हैं , अगर वे समझौते किसी तरह की हिंसा का रूप ले लेते हैं , तो उससे आगे आपको गुम हो कर आत्महत्या करने की कोई आवश्यकता नहीं है , इसका सामना करें , कोई समाधान खोजें , लोगों को इसके बारे में बताएं , अगर कोई नहीं समझता है तो प्रशासन से मदद लें ।