उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से अनुराधा श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि अधिकांश आत्महत्याएँ महिलाओं , विशेष रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा की जाती हैं । क्योंकि उन्हें हमेशा सिखाया जाता है कि जब वे पैदा होते हैं , तो उन्हें सिखाया जाता है कि ज्यादातर चीजों के लिए परिवार की देखभाल करें ,चुप रहे वह इन सभी चीजों पर दम तोड़ती रहती है और जब दम घुटना असहनीय हो जाता है , तो वह आत्महत्या कर लेती है , लेकिन हमारी बेटियों को इससे बचाने का सबसे आसान तरीका उनकी रक्षा करना है । हमारे घर की महिलाओं को शिक्षित करना निरक्षरता का एक मूल कारण है , लेकिन अगर हम अपने बच्चों को शिक्षित करते हैं इसलिए उनके दिमाग में कुछ चीजें आएंगी जो उन्हें हमेशा आगे बढ़ने में मदद करेंगी , वे आत्मनिर्भर होंगे और जब वे आत्मनिर्भर होंगे , तो उनके दिमाग में यह भ्रम नहीं होगा ।हमारे देश में , बेटियों को हमेशा आत्महत्या करके दबाया जाता है , कभी अपने पतियों द्वारा , कभी अपने ससुराल वालों द्वारा , कभी किसी और द्वारा । इस तरह उनमें यह मानसिक अशांति पैदा हो जाती है कि वे सहन नहीं कर पाते और आत्महत्या कर लेते हैं , लेकिन अगर हम उन्हें आत्मनिर्भर बना देते हैं तो ऐसी स्थितियां नहीं आएंगी ।