यूपी पुलिस के सिपाही के 60 हजार से अधिक पदों के लिए 17 व 18 फरवरी को राज्‍य के सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गयी थी जिसमें करीब 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए।अब परीक्षा निरस्त होने पर राजनीतिक दल सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। किंतु बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ या राजनीति की रोटियां सेंकने का सिलसिला और भी अधिक दुखदाई है। पूरी तैयारी के साथ एक बार परीक्षा दे चुके छात्र एक बार फिर निराश हो कर सरकार और प्रशासन की विफलता से अपने भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ और उस पर हो रही ओछी राजनीति से और भी ज्यादा निराश तथा हताश हो रहे हैं।