गोरखपुर। 11 फरवरी दिन रविवार को गोरखपुर में निजी स्कूल संचालकों का प्रांतीय सम्मेलन आयोजित हो रहा है। यह सम्मेलन प्राइवेट स्कूलों के प्रबंधक व पदाधिकारीयों द्वारा आहूत की गई है। सभी प्रबंधकों को बचपन स्कूल खोराबार रोड पर पहुंचकर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। प्रेस वार्ता के माध्यम निजी स्कूलबके प्रबंधकों ने बताया गया कि सरकार प्राइवेट स्कूलों के संबंध में थोड़ा भी विचार नहीं कर पा रही है।जो ग्रामीण क्षेत्र में प्राइवेट स्कूल हैं, उनके प्रबंधक बहुत ही आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। जहां परिषदीय स्कूलों के मानक कुछ भी नहीं है। वहीं प्राइवेट स्कूलों के प्रबंधकों को मान्यता लेने में कठिन से कठिन मानकों का अनिवार्यता होना बहुत बड़ी समस्या है। प्रबंधक लाखों लगाकर ग्रामीण क्षेत्र में देश के नौनिहाल भविष्य के निर्माण हेतु शिक्षा का ज्योति जलाकर अच्छी से अच्छी शिक्षा देने का बंदोबस्त करता है। मगर गार्जियन की ही गलती हो या छात्रों की प्रबंध के ऊपर हमेशा तलवार लटकती रहती है। क्षेत्र से आए प्रबंधक प्राइवेट स्कूलों के सरकार द्वारा अनदेखी पर तरह-तरह के सवाल उठाए। प्राइवेट स्कूलों के लिए सरकार द्वारा शुद्ध पेयजल नही दिया जाता है। ना ही और ऊर्जा का निशुल्क कोई योजना ही चलाई जा रही है। प्राइवेट स्कूलों के लिए सरकार के पास देने के लिए केवल आदेश रहते हैं। जबकि प्राइवेट स्कूलों के प्रबंधक बहुत ही आर्थिक हालात से गुजर रहे हैं।