खजनी गोरखपुर।। क्षेत्र के ज्यादातर किसानों की रबी की फसलों की बुवाई हो चुकी है। सिंचाई के बाद किसानों के खेतों में तैयार हो रही गेहूं, मटर, सरसों, दलहन,सब्जियों तथा पशुओं के हरे चारे बरसीन आदि फसलों की हरियाली खेतों में नजर आने लगी है। किंतु छुट्टा आवारा पशुओं और नीलगायों के आतंक से किसान परेशान और भयभीत हैं। भरोहियां गांव के निवासी किसान संजय तिवारी और जनार्दन तिवारी ने बताया कि छुट्टा पशु खेती का बहुत नुकसान कर रहे हैं। इसी प्रकार क्षेत्र के किसानों मिश्री लाल सुधाकर,अरविंद चौरसिया, प्रदीप, जवाहिर साहनी,राजू दूबे, भगवान दास,रामसिद्ध गुप्ता,ओमप्रकाश, श्यामबिहारी,भगेलू,सेवक,गिरधारी प्रसाद,नेबूलाल,रामसेवक, रामरेखा आदि ने बताया कि छुट्टा आवारा पशु और नीलगाय गांवों में एक साथ झुंड में निकलते हैं और जिस किसान के खेत में पहुंच जाते हैं वहां एक तिनका हरियाली नहीं बंचती। लोग खेतों के चारों तरफ कंटीले तारों का बाड़ लगा कर अपने खेतों की रक्षा कर रहे हैं। लेकिन नीलगाय छलांग लगा कर उन खेतों में भी पहुंच जाती हैं। किसानों ने बताया कि ठंडी बढ़ गई है और हमें पूरी रात जागकर टोली बनाकर खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है। सरकार ने छुट्टा आवारा पशुओं के लिए पशु आश्रय स्थल बनवाए हैं लेकिन छुट्टा आवारा पशुओं को पकड़ कर उन्हें वहां तक पहुंचाने की जिम्मेदारी किसी को भी नहीं दी गई है। किसानों के वश की बात नहीं है कि पशुओं को पकड़ कर उन्हें भेजें, तैयार हो रही हरी फसलों को बचाने में बड़ी परेशानी हो रही है।