राजनीति तय करती है कि समाज की दशा और दिशा क्या होगी, राजनीति यह भी तय करती है कि देश का भविष्य क्या होगा? इसे समाज का अगुआ माना जाता है। इसलिए राजनीति कभी हल्के उद्देश्यों के साथ नहीं की जाती, और यह देश के सबसे बड़े पद पर बैठे लोगों से जुड़ी हो तो उनसे और अतिरिक्त गंभीरता और सतर्कता की उम्मीद की जाती है। राजनीति और देश के भविष्य की गंभीरता को महान समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया बेहतर ढंग से समझाते हुए कहते हैं कि “जिंदा कौमें पांच साल इंतजार नहीं करतीं।” लोहिया जब वे यह बात कह रहे थे उस समय देश में नेहरू जैसा महान व्यक्ति देश का नेतृत्व कर रहा था।

नमस्कार आदाब श्रोताओं, मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार। यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो इंडियन एयर फोर्स रैली भर्ती, द्वारा निकाली गई Airmen (Group Y) पदों पर Rs.26,900/- प्रतिमाह रहेगा, पर कार्य करने के लिए इच्छुक है । कुल 100 पदों के लिए वैसे उम्मीदवार आवेदन कर सकते है जिन्होंने भौतिकी , रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और अंग्रेजी के साथ 12वीं / इंटरमीडिएट परीक्षा में कम से कम 50% अंकों के साथ पास किया हो। आवेदन करने के लिए 26-12-2002 और 26-12-2006 के बीच जन्मे उम्मीदवार ही पात्र होंगे।

सरकार और जनता का आपस में सहयोग का संबंध होता है, सरकार हमें सुविधा देती है और हम, बदले में टैक्स। यह संबंध अब टूट रहे हैं, कारण कि सरकार ने हमें दी वाली सुविधाओं को ‘रेवड़ी’ कहना शुरु कर दिया है। सरकार का कहना है कि सुविधाएं चाहिए तो पैसा दीजिए, लेकिन अगर पैसा देकर ही सब कुछ ही मिलेगा तो फिर सरकार किस लिए है?

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री अशोक झा केंचुआ खाद बनाने के बारे में जानकारी दे रहें हैं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू मूँगफली की खेती के बारे में जानकारी दे रहें हैं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

मेरी भी आवाज़ सुनो कार्यक्रम के अंतर्गत इस कड़ी में महिलाओं के लिए संपत्ति और भूमि पर अधिकार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।महिलाओं के लिए संपत्ति और भूमि पर अधिकार महिलाओं के अधिकार पर चर्चा की गयी है । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

जलवायु की पुकार [श्रोताओं की सरगम] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे अलग अलग लोगों के योगदान के बारे में की कैसे पर्यावरण के समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।

Transcript Unavailable.

सरकार कानून की किताब में बदलाव कर रही है, इसके लिए देश की संसद में बिल पेश कर दिया गया है। इसको बदलने का कारण अंग्रेजों द्वारा बनाया जाना है, लेकिन सब कुछ करने के बाद इससे हमारे-आपके जीवन में क्या बदलाव आएगा यह सवाल अभी से उठना शुरू हो गया है?

शोर... संसद से लेकर सड़क तक, गांव से लेकर शहर तक, इस शोर में गायब है उस जनता की आवाज जिसे अक्सर इमारतों में बैठने वाले भगवान कहते हैं? शोर चाहे जितना घना हो फ़र्क़ नहीं पड़ता , भीड़ कितनी ही घनी हो फ़र्क़ नहीं पड़ता, इस घने शोर और भीड़ के कोने से आरही हर एक आवाज जरूरी और अहम् होनी चाहिए। ऐसे ही किसी कोने से आती हर एक आवाज को उठाने के लिए मोबाइल वाणी ला रहा है एक नया कार्यक्रम ‘पक्ष-विपक्ष ’, 17 अगस्त से हर सोमवार और गुरुवार को हम लेकर आएंगे समाज के वो ज्वलंत मुद्दे जिन पर बात करना है बेहद ज़रूरी। चाहे आप मुद्दे के पक्ष में खड़े हों या विपक्ष में, मोबाइल वाणी के इस नए कार्यक्रम "पक्ष-विपक्ष" में अपनी बात ज़रूर रखे। तो इस समय आप के मुद्दे क्या है? अभी रिकॉर्ड करें नंबर ३ दबाकर या मोबाइल वाणी एप से ऐड का बटन दबाकर।