हैलो दोस्तों , मैं दुर्गा सिंह अयोध्या और वाग वाली थी जब उटा उर राही हम सीनक परी काम करती थी । तकनुन के तहत , मैं आपको अगली बार लिखूंगा , भाई , मैं आपसे राम सभा , जनाधम सभा , माजेरे , खजबीपुर से बात कर रहा हूं । कई बार , हमने लोगों से अनुरोध किया कि वे जिस तरह से हो सके जल निकासी प्रणाली की व्यवस्था करें । नज़र आए आज बोला है की कार्य नाम जले हैं सुखत होगा , तब आयेगा , ऐसे ही डिजिटल इंडिया है । कि लोग जानते हैं कि हाँ प्रधान क्या कर रहा है , प्रधान कैसा कर रहा है , सारी गतिविधियाँ जानकार हो जाती हैं , अंत में हम इसकी जाँच करना चाहते हैं और मेरी माँग को पूरा करना चाहते हैं ।