प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के नित्य आरती, भोग और दर्शन पूजन में भी बदलाव होंगे। इसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की धार्मिक समिति ने नियमावली बनाई है। प्रतिदिन सुबह 4 बजे मंगला आरती से शुरू होगा और रात्रि 8 बजे शयन आरती के बाद विश्राम होगा।