मवई, अयोध्या।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मवई में मंगलवार को स्टाफ नर्स द्वारा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का खुलासा हुआ है।जब पीड़ित को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के विषय में जानकारी हुई तो उसने सीएचसी अधीक्षक से लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अयोध्या से शिकायत की है। मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवई का है इसी गांव निवासी दुर्गा प्रसाद ने अपनी पत्नी रेनू को प्रसव के लिए 22 सितंबर को लाया था लेकिन उसको जिला अस्पताल के लिए मौजूद डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था जो बाद में निजी अस्पताल में आपरेशन द्वारा लड़के का जन्म हुआ था।उसके बाद अपने नवजात शिशु राजकुमार का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवई आशा बहू विमला देवी के साथ आई तो उन्होंने पीड़ित से बताया कि 100 रुपए लगेंगे तो उसने दे दिया।उसको जन्म प्रमाण पत्र हस्त लिखित स्टाफ नर्स रीना के हस्ताक्षर और स्वस्थ विभाग की मुहर लगा दे दिया गया।जब वह प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना द्वारा मिलने वाली धनराशि के लिए पंजीकरण करवाने के लिए सीएचसी मवई आया तो वहा के कर्मचारी प्रमोद कुमार ने बताया कि यह जन्म प्रमाण पत्र फर्जी है और इसका कोई मान्य नहीं है।जिसकी शिकायत पीड़ित राजकुमार ने स्टाफ नर्स रीना और आशा बहू विमला देवी के नाम लिखित शिकायत किया है।इस संबंध में स्टाफ नर्स रीना से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनाया गया है। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डॉ प्रमोद कुमार गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में है।किसी स्टाफ नर्स द्वारा किया गया है सीसीटीवी फुटेज में देख कर पता लगाया जाएगा।