ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है जिसका मुख्य कारण है सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी होना, अध्यापकों को सही तरीके से बच्चों को ना पढ़ाना, इन सब कारणों की वजह से गरीबों के बच्चे अच्छे शिक्षा व तालीम नहीं पा रहे हैं अमीरों के बच्चे प्राइवेट विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करते हैं अगर सरकारी विद्यालय में इतनी ही शिक्षा व्यवस्था अच्छी होती तो सरकारी विद्यालय के अध्यापक अपने बच्चों को प्राइवेट विद्यालय में क्यों पढ़ाते है यह एक बहुत बड़ा सवाल है सरकार को भी इस पर मंथन करना चाहिए।