बाल श्रम रोकने में फेल विभाग, कागजों पर हो रही कार्रवाई शेखपुरा।। राज्य में बाल मजदूरी रोकने के लिए श्रम विभाग ने सभी प्रखंडों में पदस्थापित श्रम प्रवर्तन अधिकारीयों को वाहन सुविधा उपलब्ध कराकर बाल मजदूरी रोकने का निर्देश दिया है। बावजूद बाल मजदूरी को बड़े लोगों और माफियाओं ने किस प्रकार से अपना व्यापार बनाया है इसका नजारा क्षेत्र में इन दिनों आसानी से देखा जा सकता है। नन्हे-मुन्नो बालकों को चिमनी भट्ठों पर इंट उतारते,कबाड़ा खरीदने से लेकर सब्जी बेचते व किराना दुकान सहित कई शासकीय विद्यालयों एवं कार्यालयों में चाय पानी देते हुए भी आसानी से देखा जा सकता है, जिसके चलते नन्हे-मुन्नो बालकों का बाल्य जीवन नष्ट हो रहा है। वहीं जिले में बैठे जिम्मेदारों द्वारा बाल मजदूरी रोकने के लिए कागजी कार्रवाई की जाती है, जिसके चलते क्षेत्र में बाल श्रम बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को स्टेशन रोड में ट्रैक्टर से ईंट उतरते इन मजदूरों ने साफ तौर पर बताया कि उन्हें किसी ने आज तक नही रोका और वह रोज ट्रैक्टर से ईंट उतारने शहर आता है। उसने बताया कि उसका किसी भी स्कूल में नाम भी नही लिखाया गया है। आश्चर्य तो तब होता है जब श्रम विभाग जो बाल मजदूरी रोकने के लिए संकल्पित है ,उसके पास अधिकारी है ,गाड़ी है संसाधन है तब भी बाल मजदूरी यह बताने के लिए पर्याप्त है कि जिले में निकम्मे अधिकारियों को देखने बाला कोई नही।श्रम बिभाग से अगर पूछा जाय की पिछले एक साल में कितने बाल मजदूर की बिमुक्त कराया गया है तो आंकड़ा हास्यास्पद होगा।