कृषि कर्मियों को दिया गया डिजिटल क्राप सर्वे योजना का प्रशिक्षण, किसानों को होगा फायदा। शेखपुरा ।। डिजिटल क्रॉप सर्वे योजना अब जिले में जल्द ही किसानों की सारी समस्या का समाधान करेगी। इसको लेकर शुक्रवार को को जिला संयुक्त कृषि कार्यालय शेखपुरा में डिजिटल क्रॉप सर्वे का प्रशिक्षण किसान सलाहकारों, कृषि समन्वयकों एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी को पटना से आए सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण अजय कुमार झा के द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण के अवसर पर प्रोग्रामर अभिषेक आनंद,उप परियोजना निदेशक त्रिपुरारी शर्मा, राजस्व अधिकारी मयंक अग्रवाल सहित अन्य लोग उपस्थित हुए। डिजिटल क्रॉप सर्वे योजना से खेत में बोई जाने वाली फसलों व क्षेत्रफल की अब सटीक जानकारी मिल सकेगी। जिले में डिजिटल क्रॉप सर्वे का पायलट प्रोजेक्ट विभिन्न गांवों में शुरू किया जा रहा है। डिजिटल सर्वे से घर बैठे खेत में बोई गई फसल की रिपोर्ट लगाने की मनमानी पर भी अंकुश लगेगा। मूल्य समर्थन योजना में उत्पाद की बिक्री के लिए राजस्व से सत्यापन की जरूरत से मुक्ति मिलेगी साथ ही कृषि बीमा, कृषि ऋण आदि में किसानों को सहूलियत मिलेगी। क्रॉप सर्वे मैनुअल होने से फर्जीवाड़ा की शिकायतें आती रहती हैं। सरकार ने किसानों को योजनाओं का सही लाभ मिले इसके लिए गुणवत्तापूर्ण डिजिटल सर्वे की कार्य योजना लागू किया है। डिजिटल सर्वे में लेखपालों के साथ कृषि विभाग के तकनीकी सहायक वर्ग को प्रशिक्षण दिया गया है। डिजिटल क्रॉप रिकॉर्ड राजस्व व कृषि विभाग के पास रहेगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए उप परियोजना निदेशक त्रिपुरारी शर्मा ने बताया कि डिजिटल क्रॉप सर्वे से किसानों को बहुत जरूरी लाभ मिलेंगे। इनमें किसानों को कृषि उपज बेचने के लिए अब अपने दस्तावेजों का बार बार सत्यापन कराने से मुक्ति मिल जाएगी। इसके साथ ही फसल से जुड़ी सारी अहम जानकारी भी किसानों को एक जगह मिल जाएगी। इससे किसानों को अपनी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचना आसान हो जायेगा। इसके अलावा फसल को नुकसान होने की स्थिति में किसान को वास्तविक क्षति का मुआवजा मिलना भी आसान होगा। साथ ही सरकार को यह पता होगा कि किस किसान ने किस खेत में कौन सी फसल लगाई है। ऐसे में किसानों को फसल से संबंधी कोई भी सलाह आसानी से मिल जाएगी।