चार माह से चला आ रहा अखंड रामायण पाठ कन्या भोज के साथ हुआ समापन। घाटकुसुम्भा ।। डीहकुसुम्भा गांव के दूर्गा मंदिर के प्रांगण में पिछले चार माह से चली आ रही साप्ताहिक अखंड रामायण पाठ का मंगलवार को कन्या भोजन के साथ समापन हो गया। यह रामायण पाठ प्रत्येक महिने के सोमवार तिथि को 24 घंटे का रामायण पाठ होता आ रहा है। जिसका मंगलवार को विधिवत समापन हुआ। वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार सावन माह से रामायण पाठ की शुरुआत होती है और कार्तिक मास के अंतिम सोमवार को हवन पूजन व कन्या भोज के साथ इसका समापन होता है। इस दौरान पूरे गांव के कुमारी कन्याओं को निमंत्रण देकर भोजन कराया जाता है। अखंड रामायण पाठ समिति के टूनटून यादव ने बताया कि सावन माह से डीहकुसुम्भा गांव स्थित दूर्गा मंदिर के स्थान पर गांव के लोगों द्वारा सुख शांति और गांवों मे अमन चैन के लिए अखंड रामायण पाठ चल रहा था। जिसमें अखंड रामायण पाठ के साथ रात को अलग अलग भजन संध्या का आयोजन भी पिछले करीब चार महीने से चल रहा था। पूर्णाहुति के बाद गांव के करीब 500 कन्याओ को भोजन प्रसाद करवाया गया। कन्या भोज के पुनीत कार्य में भाषो पंडित, गुहन ओस्ताद, कौशल महतो श्रवण यादव,अनिल कुमार राय,कनवर लाल, राजेश यादव, सुरेश तांती,अनंत यादव, रामदास यादव, टूनटून यादव, पप्पू यादव सहित कई लोगों ने अपनी सहभागिता निभाई। टूनटून यादव ने यह भी बताया कि 24 घंटे का अखंड रामायण पाठ विलुप्त होता जा रहा हैं। हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर फिर से इस प्राचीन संस्कृति को आगे बढ़ाया जाए। जिसका परिणाम भी देखने को मिल रहा है। दूर-दूर से लोग रामायण पाठ करने दूर्गा मंदिर पहुंचते हैं। रामायण पाठ का समापन हवन कन्या भोजन और आरती के साथ किया गया। इस दौरान प्रसादी ग्रहण करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।