शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय भदरथी से बच्चों का पोषाहार बेचने के मामले में आखिरकार पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर प्रभारी प्राचार्य अरसत करीम को जेल भेज दिया.प्रभारी प्राचार्य पर गांव के ही नंदन कुमार नामक युवक के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. प्राथमिक की दर्ज करवाने वाले युवक नंदन कुमार से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को गांव के ही गल्ला व्यापारी बिंदेश्वरी साव के पुत्र सोनू साव को कुछ लोगों ने स्कूल से साइकिल पर दो बोरा चावल लेते जाते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था. ग्रामीण जब सोनू साव से पूछताछ करने लगे तो वह बोरा और साइकिल छोड़कर वहां से भाग निकला. लेकिन ग्रामीणों ने उसे खदेड़कर पकड़ लिया और जमकर पिटाई करते हुए कड़ाई से पूछताछ किया तब उसने बताया कि वह विद्यालय से चावल लेकर विद्यालय के सचिव पिंकू सिंह के घर जा रहा था. इस कार्य के लिए ₹40 भाड़ा तय हुआ था. लेकिन ग्रामीणों का दावा है कि सोनू साव खुद को बचाने के लिए झूठ बोल रहा है.उसने प्राचार्य से सरकारी अनाज खरीद था. उधर ग्रामीणों की बढ़ती भीड़ देखकर प्रभारी प्राचार्य झोला में चप्पल रखकर धान के खेत के रास्ते भागने लगे.लेकिन ग्रामीणों ने प्रभारी प्राचार्य को भी खदेड़कर पकड़ लिया और इसके बाद केवटी ओपी थाने को सूचना दिया.मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रभारी प्राचार्य असरत करीम को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर अपने हिरासत में लेते हुए थाने लेकर चली गई.पूरे मामले पर थाना प्रभारी हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नंदन कुमार के द्वारा प्राचार्य पर सरकारी अनाज चोरी कर बेचने का आरोप लगाते हुए एक आवेदन दिया गया था.पुलिस ने उसे आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए प्रभारी प्राचार्य को गुरुवार को जेल भेज दिया है. उन्होंने बताया कि मौके से बरामद चावल सरकारी मध्य विद्यालय का ही था.पूरे मामले की जानकारी बरबीघा के प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार को भी दिया गया है. दूसरी तरफ प्राचार्य का कहना है कि पकड़ा गया अनाज उनके विद्यालय का नहीं है. उन्हें साजिशन इस मामले में फसाया जा रहा है.वही ग्रामीणों ने यह भी बताया कि विश्वकर्मा पूजा से एक दिन पहले भी विद्यालय से भारी मात्रा में लोहा बेच दिया गया था.उसके बाद से ही प्राचार्य को रंगे हाथ पकड़ने के लिए ग्रामीण लगातार रेकी कर रहे थे. बुधवार को सबसे पहले विद्यालय के पीछे तालाब में मछली पालन करने वाले नंदन कुमार ने ही अनाज ले जाते हुए सोनू साहब को रंगे हाथ पकड़ा था जिसके बाद मामले का पूरी तरह से खुलासा हो गया.